आईपीएल में बड़े खिलाड़ियों पर बोझ को कम करने बीसीसीआई ने फ्रेंचाइजी टीमों पर शिकंजा कसा
सुनील शर्मा
मुम्बई । भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने आईपीएल खेल रहे बड़े खिलाड़ियों पर पड़ रहे अनावश्यक बोझ को कम करने के लिए अब फ्रेंचाइजी टीमों की लगाम कस दी है। बीसीसीआई ने कहा है कि राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) अब आईपीएल टीमों के साथ मिलकर काम करेगा जिससे बड़े खिलाड़ियों के काम के बोझ को कम किया जा सके। यह फैसला अक्टूबर-नवंबर में भारत में होने वाले एकदिवसीय विश्व कप को ध्यान में रखकर किया गया है। इसके लिए 20 खिलाड़ियों का एक पूल भी तैयार किया जाएगा जिससे टी20 लीग के दौरान इन खिलाड़ियों को आराम दिया जा सके। गौरतलब है कि इसी प्रकार का एक करार क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) और इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) के बीच भी है। इसमें उसे फ्रेंचाइजियों का साथ भी मिला है। इससे पहले फ्रेंचाइजी ने बीसीसीआई और एनसीए को खिलाड़ियों को सीधे नियंत्रित करने का अधिकार देने से मना कर दिया था और वे समय-समय पर रिपोर्ट साझा करते रहते थे पर इस बार बीसीसीआई ने पहली बार आधिकारिक तौर पर आईपीएल में निगरानी की बात कही है। वहीं अगर बात काम के बोझ की है तो देखना होगा कि बीसीसीआई इसके बारे में क्या सोचता है। सीए और इंग्लैंड बोर्ड (ईसीबी) फ्रेंचाइजी से नियमित रूप से खिलाड़ियों का डाटा साझा करने के लिए कहते हैं। इसी की समीक्षा के आधार पर उन्हें विदेशी टी20 लीग में खेलने की इजाजत दी जाती है। वहीं एक फ्रेंचाइजी के अधिकारी ने कहा बीसीसीआई किसी भी फ्रेंचाइजी को सीधे तौ पर किसी खिलाड़ी को आराम देने के लिए नहीं कह सकता है। वे निश्चित रूप से काम के बोझ की निगरानी कर सकते हैं और किसी भी डाटा को साझा करने के लिए कह सकते हैं लेकिन वे ये तय नहीं कर सकते हैं कि कौन सा खिलाड़ी कितने मैच खेलेगा या कौन सा गेंदबाज कितने ओवर गेंदबाजी करेगा।