न्यूयार्क । भारतीय क्रिकेट टीम ने यहां शक्रवार से शुरु हो रहे टी-20 विश्वकप को देखते हुए अभ्यास शुरु कर दिया है। विश्वकप में भारतीय टीम के सभी मैच सुबह के समय होने हैं। इसी को देखते हुए इसमें भी अभ्यास सत्र सुबह ही रखा गया है। भारतीय क्रिकेटर आईपीएल खेलकर सीधे ही यहां आये हैं पर अब उनको समझ आ गया है कि इसमें जो पिच रहेगी। वह आईपीएल जैसी नही होगी। ऐसे में उन्हें पिच पर उतरकर उसे समझना पड़ेगा ओर देखना होगा कि तेज गेंदबाज या स्पिनरों में से किसे यहां सहायता मिलेगी। जिस स्टेडियम में भारत अपने मैच खेलेगा वह नया है। इसकी पिच के व्यवहार को लेकर अभी तक कोई विशेष जानकारी नही मिली है। यह ड्राप-इन पिच है जो कही और से से बनाकर स्टेडियम में लगायी गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार इस पिच पर घास रहने की संभावनाएं हैं। भारतीय टीम चार विशेषज्ञ स्पिनर्स के साथ विश्वकप में गई है। इसमें अगले कुछ दिनों में उसका लक्ष्य पिच की पहेली हल करना का भी रहेगा। उसे यह समझना होगा कि इस पर किस तरह के गेंदबाजों के साथ उतरना लाभदायक रहेगा। भारत में तेज गर्मी में 90 खेलने के बाद खिलाड़ी यहां सुबह के खुशनुमा मौसम के अनुरूप ढलने का प्रयास करेंगे। यहां तापमान 25 से 27 डिग्री सेल्सियस रहता है जिसमें बहुत कम आर्द्रता होती है। सुबह हल्की हवा में सफेद कूकाबूरा गेंद का सामना करना कठिन हो सकता है और इसके लिए पूरी तरह से तैयार रहना होगा। खिलाड़ियों को सुबह के हालातों के अनुरूप ढलना होगा। इसलिए सपोर्ट स्टाफ ने नासाऊ काउंटी मैदान पर अभ्यास पिचों पर नेट सेशन में स्किल ट्रेनिग शुरू करने से पहले खिलाड़ियां को परिस्थितियों के हिसाब से सांमजस्य बिठाने में मदद करने का फैसला किया।