कोरोना संकट में भीड़भाड़ से बचे /09 Sep 2021 05:09 AM/ 2103 views
’विसर्जन में गणपति को अपमान से बचाएं -.राजेश्वरानंद
दिल्ली शाहदरा गोरखपार्क स्थित श्रीराजमाता झंडेवाला मंदिर के परमाध्यक्ष स्वामी श्री राजेश्वरानंद जी महाराज ने गणपति महोत्सव से पहले गणेश भक्तों को जागरूक करने के लिए सन्देश दिया है कि 10 सितंबर से गणेशोत्सव प्रारंभ हो रहा है। भक्तजन अपने घरों में निश्चित समय के लिए गणेश स्थापित करें वह इतना ध्यान अवश्य रखें कि जाने अनजाने गणेशजी का अपमान तो नहीं कर रहे।यानी हम लोग बहुत श्रद्धा विश्वास से गणेशजी की प्रतिमा स्थापित करते हैं लेकिन जब विसर्जन का समय आता हैं तो हम अपनी श्रद्धा प्रेमभक्ति विगत दिनों में गणेशजी को दिए गए सम्मान को एकाएक क्यो भूल जाते हैं हम अपने श्रधेय गणेशजी को ऐसी नदी में विसर्जित कर देते है जिसमे गन्दगी की वजह से हम खुद हाथ धोने से भी कतराते हैं। गणेश विसर्जन के बाद हमारे भगवान गणेशजी के शरीर के टुकड़े नदी नालों के किनारे खुद को अपमानित महसूस कर रहे होते हैं जब उनपर पशु गन्दगी फैला रहे होते है। क्या गणेशजी के इस प्रकार अपमानित विसर्जन से हम उनसे आशीर्वाद प्राप्त करने की कामना कर सकते है स्वामी श्री राजेश्वरानंद जी महाराज ने गणेश विसर्जन के तरीके पर बोलते हुए कहा कि ’गणेश स्थापना से पहले विसर्जन पर ध्यान रखें यानी छोटे गणेशजी की स्थापना करके घर मोहल्ले में ही जलपात्र बनाकर उसमें ससम्मान गणेश विसर्जन करें। जलपात्र में पुष्प इत्र,गुलाबजल आदि वस्तुओं को डालकर गणेश विसर्जन के बाद उस जल को घर या नजदीक पार्क में पेड़ पौधो की सिंचाई कर दे। गणेशजी की स्मृति में एक पौधारोपण करे जिससे गणेश विसर्जन के बाद भी हमारे परिवार के सदस्य के रूप में हमारे साथ बने रहे, क्योंकि गणेशजी रिद्धि सिद्धि बुद्धि के दाता हैं इनका विसर्जन होना ही नहीं चाहिए। महाराष्ट्र में गणेशजी अतिथि थे तो उनकी विदाई की गई।दुःख का विषय यह है कि वर्तमान में लोग समझने की कोशिश नहीं करते देखा देखी भेड़चाल में किये जाते है। स्वामी राजेश्वरानंद जी ने कहा कि प्रकार से गणेश विसर्जन से गणेशजी का सम्मान कोरोना संकट में भीड़भाड़ से बचाव, पैसे की बचत,नदियों को प्रदूषित से बचाव विसर्जन समय दुर्घटनाओं की आशंकाओं से बचाव, यातायात प्रभावित नहीं होगा। स्वामी श्री राजेश्वरानंद जी ने कहा कि कोरोना संकट में सरकार द्वारा बनाये नियमो का ध्यान रखते हुए कम से कम भक्तों की उपस्थिति निश्चित करें। शारिरिक दूरी, चेहरे पर मास्क, हाथ धोने का प्रबंध करते हुए गणेशोत्सव की तैयारी करें।अगर हम सब ध्यान रखें तो कोरोना की तीसरी लहर से बचा जा सकता है।