लाहौर । पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष और पूर्व पीएम इमरान खान ने दावा किया कि पाकिस्तान के पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल (सेवानिवृत्त) कमर जावेद बाजवा ने पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के सह-अध्यक्ष आसिफ अली जरदारी और सिंध के मुख्यमंत्री मुराद अली शाह के साथ समझौता किया था। इसकी जानकारी स्थानीय मीडिया ने दी। रिपोर्ट के अनुसार पूर्व पीएम खान ने अपनी सरकार को हटाने के लिए पूर्व सीओएएस को जिम्मेदार ठहराया। इमरान खान की मानें तब यही वजह थी कि वह अपनी सरकार में देश से भ्रष्टाचार खत्म नहीं कर पा रहे थे। एक दिन पहले पीटीआई प्रमुख ने साफ किया था कि वह अभी के लिए प्रतिष्ठान के संपर्क में नहीं थे। इमरान ने हाल ही में स्वीकार किया था कि जनरल बाजवा को सेवा विस्तार देना एक गलती थी और उन्होंने पूर्व सेना प्रमुख पर उनके साथ विश्वासघात करने का भी आरोप लगाया था। पीटीआई ने देशभर में मध्यावधि चुनाव कराने के लिए सरकार पर दबाव डाला और खान ने भविष्यवाणी की कि उन्हें मार्च या अप्रैल में चुनाव होते दिख रहे हैं। उन्होंने कहा कि नेशनल असेंबली के पीटीआई के सदस्य 26 दिसंबर (सोमवार) को अपने इस्तीफे की पुष्टि करने के लिए स्पीकर राजा परवेज अशरफ के सामने पेश होने वाले हैं।
वहीं शाहबाज सरकार ने बाढ़ सहित कई कारणों का हवाला देकर समय से पहले चुनाव कराने से इनकार कर कहा है कि चुनाव अक्टूबर 2023 में हो सकते हैं। पंजाब में राजनीतिक उथल-पुथल के बारे में इमरान ने कहा हम क्यू-लीग (पाकिस्तान मुस्लिम लीग-कायद) के साथ भी सहयोगी बने रहने वाले हैं क्योंकि वे हमारे साथ खड़े हैं। पीटीआई प्रमुख ने कहा मैं सत्ता में बने रहने के लिए जनता को पीड़ा नहीं दूंगा। एक बार फिर से अपनी सरकार बनाने के बाद मैं किसी भी चीज से समझौता नहीं करूंगा।पाकिस्तानी विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो-जरदारी की आलोचना करते हुए खान ने कहा कि भुट्टो वंशज अपने साढ़े तीन साल के कार्यकाल के मुकाबले ज्यादा विदेश यात्रा पर गए हैं। खान ने पूछा इसके अलावा अगर वह दावा कर रहे हैं कि वह अपनी जेब से विदेश यात्राओं के लिए भुगतान कर रहे हैं तो क्या ये उनकी निजी यात्राएं हैं?