लंदन । भारतीय उच्चायोग ने लीसेस्टर में भारतीय समुदाय के खिलाफ की गई हिंसा की निंदा की है। उच्चायोग ने हमलावरों के खिलाफ तत्काल कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। भारतीय उच्चायोग ने लंदन में बयान जारी कर कहा है कि उसने इस संबंध में ब्रिटिश प्रशासन से बात की है। लीसेस्टर में हिंसा का दौर 28 अगस्त से शुरू हुआ। उस दिन एशिया कप टी-20 में भारत ने पाकिस्तान को हराया था। इस बयान में कहा गया है कि हम लीसेस्टर में भारतीय समुदाए पर हमले हिंदू धर्म के धार्मिक परिसर में तोड़फोड़ और प्रतीकों को खंडित करने की निंदा करते हैं। हमने इस विषय को ब्रिटेन के अधिकारियों के समक्ष प्रमुखता से उठाया है और इन हमलों में शामिल लोगों के खिलाफ तत्काल कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। हमने अधिकारियों से इस हमले के पीड़ित लोगों को उचित सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की है। गौरतलब है कि लीसेस्टर में हिंसा का दौर पिछले महीने 28 अगस्त को उस वक्त शुरू हुआ, जब एशिया कप टी-20 मैच में भारत ने पाकिस्तान को हराया था। पुलिस ने बताया कि इसी सिलसिले में 18 सितंबर को फिर युवाओं के दो समूह लीसेस्टर में भिड़ गए। इस मामले में अभी तक 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस हिंसा के कई वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किए गए हैं। इनमें दिखाई दे रहा है कि पाकिस्तानी संगठन से जुड़े लोग लीसेस्टर में हिंदुओं के धार्मिक स्थलों में तोड़फोड़ कर रहे हैं और उन्हें आतंकित कर रहे हैं। इससे शहर के पूर्वी हिस्से में हिंसा का दौर शुरू हो गया है और कानून-व्यवस्था बिगड़ गई है। 17 सितंबर को भी हिंसा की खबरों के बाद लीसेस्टरशायर पुलिस के टेम्पररी चीफ कॉन्स्टेबल रॉब निक्सन ने ट्वीटर पर वीडियो जारी कर कहा हमें 17 सितंबर को शनिवार की रात कानून व्यवस्था भंग होने की कई खबरें मिलीं। हमारे अधिकारी वहां पहुंचे। हम स्थिति को नियंत्रण में कर रहे हैं। स्थिति संभालने के लिए अतिरिक्त पुलिस अधिकारी भी वहां पहुंच रहे हैं।