चीन । धीमी होती विकास दर, युवाओं की रिकॉर्ड बेरोज़गारी, कम विदेशी निवेश, कमज़ोर मुद्रा और कमज़ोर निर्यात के अलावा प्रॉपर्टी सेक्टर का संकट इनमें प्रमुख हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने चीन में बढ़ते असंतोष की आशंका जताते हुए उसकी अर्थव्यवस्था के भविष्य को ख़तरनाक़ क़रार दिया है। बाइडन के इस आकलन पर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने तीखी प्रतिक्रिया ज़ाहिर की है। उन्होंने अपनी अर्थव्यवस्था के हालात को बेहतर क़रार देते हुए इसे बहुत लोचपूर्ण, ज़बरदस्त क्षमता वाला और मज़बूत बताया है। ऐसे में सवाल उठता है कि सही कौन बोल रहे हैं- बाइडन या जिनपिंग? और इसका उत्तर इसके कहीं बीच में हो सकता है. हालांकि चीन की अर्थव्यवस्था के फ़िलहाल गिरने की आशंका नहीं है, लेकिन चीन को कहीं गंभीर चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।