इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पीटीआई चीफ इमरान खान पर एक तरफ जहां गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। वहीं, एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि इमरान खान की तत्कालीन सरकार के दौरान उनकी पत्नी की सहेली फरहत शहजादी की संपत्ति में बढ़ोतरी आई थी। इसका दावा अंग्रेजी अखबार ’दि न्यूज इंटरनेशनल’ की रिपोर्ट में किया गया है। एक रिपोर्ट में बताया गया है कि एक तरफ जहां इमरान खान ओवरसीज पाकिस्तानियों से मुल्क में निवेश की अपील कर रहे थे, तो वहीं फरहत शहजादी अपने परिवार वालों के साथ अन्य देशों में अपने कारोबार को फैलाने में लगी हुई थी। इस दौरान फरहत ने यूनाइटेड किंगडम में कंपनियां भी रजिस्टर कराई थीं। दि न्यूज इंटरनेशनल की रिपोर्ट के मुताबिक, फरहत के परिवार ने चार कंपनियों का रजिस्ट्रेशन और अधिगृहण किया। इन सभी दस्तावेजों में दी गई जानकारी के अनुसार, इन कंपनियों का ताल्लुक यूके में एसआईसी या फिर रियल एस्टेट कारोबार से संबंध रखता था। 2019 से 2021 तक तीन कंपनियां फरहत की बहन मुसर्रत खान और एक फरहत शहजादी और उनके पति द्वारा रजिस्टर कराई गई थी। बता दें कि फरहत की बहन मुसर्रत खान ब्रिटेन में लगभग आधे दर्जन कंपनियों की मालिक हैं। बता दें कि फरहत शहजादी और उनके पति अहसान इकबाल जमील अभी विदेश में रह रहे हैं और भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों का सामना कर रहे हैं। हालांकि, द न्यूज इंटरनेशनल की रिपोर्ट के मुताबिक, इमरान खान ने इन आरोपों को मौजूदा सरकार द्वारा राजनीतिक उत्पीड़न करार दिया है। इमरान खान ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में फरहत शहजादी का बचाव किया है। वहीं, एफआईए ने उनके खिलाफ एंटी मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है और सरकार उन्हें इंटरपोल के जरिए पाकिस्तान वापस लाने की योजना बना रही है। द न्यूज इंटरनेशनल की रिपोर्ट के अनुसार, इमरान खान के शासन के दौरान फराह खान की संपत्ति में तेजी से वृद्धि हुई थी। 2018 के बाद से उनकी घोषित संपत्ति में चार गुना से अधिक की वृद्धि हुई है। फराह खान और उनके पति अहसान इकबाल जमील ने तीन अन्य भागीदारों के साथ 14 मई, 2020 को यूनाइटेड किंगडम में कंपनी गोल्डस्टार यूरो लिमिटेड में रजिस्टर कराया। फराह खान की बहन मुसर्रत खान ने 9 नवंबर, 2021 को एक कंपनी ब्लैक एपल इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड कंपनी में रजिस्टर कराया। दस्तावेजों के अनुसार, कंपनी अचल संपत्ति की खरीद-बिक्री और अचल संपत्ति के प्रबंधन का सौदा शुल्क या अनुबंध के आधार पर करती है। अल मुएज लिमिटेड 2019 में फराह खान की बहन द्वारा रजिस्टर एक अन्य कंपनी थी।
फराह खान पाकिस्तान में इस नाम से अलग-अलग कंपनियां चलाती हैं, जिनमें अल मुएज डेयरी भी शामिल है। अपनी प्राथमिकी में, एफआईए ने कहा कि समाचार रिपोर्ट के अनुसार, फरहत शहजादी ने फैसलाबाद औद्योगिक क्षेत्र में अल मुएज डेयरी के लिए 10.3 एकड़ का एक औद्योगिक भूखंड रियायती दर पर अधिग्रहित किया। अहसान इकबाल जमील ने एफआईए की प्राथमिकी को ’पूरी तरह से राजनीतिक उत्पीड़न’ करार दिया है। उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान के आंतरिक मंत्री, मरियम नवाज शरीफ, पीएम के सलाहकार अता तरार और अन्य सरकारी प्रतिनिधियों ने फरहत शहजादी के खिलाफ सार्वजनिक रूप से इस तरह की धमकी दी है।