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साल 2022-23 में 45 सौ किलोमीटर नए ट्रैक चालू होने की उम्मीद है /10 Mar 2023 01:56 PM/    601 views

देश में बिजली संकट टालने रेलवे कोयले के परिवहन को दे रहा प्राथमिकता

सोनिया शर्मा
नई दिल्ली । भारतीय रेलवे बिजली संकट को टालने के लिए और रैक की अनुमानित मांग को पूरा करने के लिए कोयला परिवहन को प्राथमिकता दे रहा है। रेलवे के अनुसार फरवरी 23 में 426.3 रैक प्रतिदिन बिजली घरों के लिए लोड किया गया, जबकि फरवरी 22 में 399 रैक प्रतिदिन लोड किया गया था। भारतीय रेलवे द्वारा कोयले की ढुलाई चालू वित्त वर्ष (फरवरी तक) में 11.92 फीसदी और 24.51 प्रतिशत बढ़ी है। चालू वित्त वर्ष (अप्रैल-फरवरी) में विभिन्न स्रोतों से बिजली क्षेत्र के लिए रैकों का लदान पिछले वर्ष के 344 रैक प्रतिदिन की तुलना में 408 रेक प्रति दिन है, यानी 64 रेक प्रति दिन की वृद्धि। इस साल फरवरी में विद्युत गृहों के लिए प्रतिदिन 426.3 रेक लोड किया गया जबकि फरवरी 22 में प्रतिदिन 399 रैकों अर्थात 27.3 प्रतिशत रैक की वृद्धि हुई है।
आगामी वित्त वर्ष में विद्युत क्षेत्र द्वारा रैकों की अनुमानित मांग को पूरा करने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। अप्रैल-22 से जनवरी-23 के दौरान कोयला ले जाने वाले वैगनों का उच्च प्रवेश 7692 बीओएक्सएनएचएल और 1052 बीओबीआरएन वैगनों को शामिल किया गया हैं।
इसके साथ ही चालू वित्त वर्ष के दौरान फरवरी-23 के अंत तक भारतीय रेल के बेड़े में 1018 माल इंजन जोड़े गए हैं। यह बढ़ोतरी जारी रहने की उम्मीद है। । वहीं अगले कुछ वर्षों में बढ़ती मांग को ध्यान में रखते हुए लगभग 100 से अधिक परियोजनाओं में एक लाख करोड़ रुपये के नियोजित निवेश के साथ एनर्जी कॉरिडोर की व्यापक योजना बनाई गई है।

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