नई दिल्ली। हर साल सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने की तिथि पर मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता है। यह दिन भगवान सूर्य की पूजा के लिए समर्पित है। मकर संक्रांति के त्योहार को कई जगहों पर पोंगल के नाम से जाना जाता है, तो कुछ जगहों पर खिचड़ी के पर्व के तौर पर मनाते हैं। मकर संक्रांति के दिन सूर्य और शनि की कृपा प्राप्त करने के लिए गुड़, तिल और गर्म कपड़े आदि का दान किया जाता है। धार्मिक मत है कि मकर संक्रांति के दिन कुछ कार्यों को करने की सख्त मनाही है, जिनको करने से साधक को जीवन में परेशानियों का सामना करना पड़ता है, तो चलिए जानते हैं मकर संक्रांति के दिन किन गलतियों को करने से बचना चाहिए।
मकर संक्रांति के दिन न करें ये काम
मकर संक्रांति के दिन प्याज, लहसुन और मांस का सेवन नहीं करना चाहिए।
अभद्र भाषा का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
इसके अलावा मकर संक्रांति के दिन किसी को दान करने से मना न करें। अपनी श्रद्धा अनुसार गरीब लोगों को दान दें।
मकर संक्रांति के अवसर पर बिना स्नान किए भोजन नहीं करना चाहिए।
इस दिन किसी का अपमान नहीं करना चाहिए।
मकर संक्रांति पर गंगा स्नान के बाद कपड़ो को गंगा में नहीं धोना चाहिए।
मकर संक्रांति के दिन किसी भी तरह का कोई नशा नहीं करना चाहिए।
इसके अलावा पेड़ की कटाई-छंटाई करने से बचना चाहिए।
मकर संक्रांति का महत्व
मकर संक्रांति के त्योहार को बेहद शुभ माना जाता है। यह दिन भगवान सूर्य की पूजा के लिए समर्पित है। इस अवसर पर साधक गंगा और यमुना समेत पवित्र नदियों में स्नान करते हैं और भगवान सूर्य को अर्घ्य देते हैं। इस दिन दान करने का विशेष महत्व है। मान्यता है कि दान करने से साधक को जीवन में सुख-शांति मिलती है।