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खेल को जिंदगी का प्रमुख हिस्सा बना लें, खेल हमें अनुशासन सिखाता है: ओम सोनी

अंतर महाविद्यालयीन जिला स्तरीय शतरंज (महिला) प्रतियोगिता में यूटीडी एवं होलकर विज्ञान महाविद्यालय शीर्ष पर

15 Oct 2022 11:58 AM 733 views

खेल को जिंदगी का प्रमुख हिस्सा बना लें, खेल हमें अनुशासन सिखाता है: ओम सोनी

इन्दौर । प्रत्येक विद्यार्थी को शारीरिक एवं मानसिक सभी तरह के खेलों में रूचि लेना चाहिए क्योंकि जब हम कोई खेल खेलते है तो हमें उन खेलों के नियमों को ठीक ढंग से समझना होता है एवं उनका पालन भी करना पढ़ता है और जब आप नियमों का पालन करते है तो आप अनुशासित होते है, खेल को जिंदगी का प्रमुख हिस्सा बना लें, खेल हमें अनुशासन सिखाता है। यह बातें मध्यप्रदेश ओलम्पिक संघ के उपाध्यक्ष ओम सोनी ने आरपीएल माहेश्वरी कॉलेज में मध्य प्रदेश शासन के तत्वाधान में अंतर महाविद्यालयीन जिला स्तरीय शतरंज (महिला) प्रतियोगिता के शुभारंभ अवसर पर व्यक्त किये। प्रतियोगिता में विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित राष्ट्रीय केनोपोलो (तैराकी विधा) के नेशनल चेयरपर्सन एसडीएम योगेन्द्र सिंह राठौर ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि आज की युवा पीढ़ी मोबाईल पर ज्यादा व्यस्त रहती है और तो और खेल भी मोबाईल पर ही खेलना पसंद करते है। जबकि खेल मोबाईल के बजाए मैदान पर खेलना ज्यादा उपयुक्त है। मैदान पर खेल खेलने से शारीरिक व मानसिक रूप से मजबूत बनते है।
प्रतियोगिता में कुल 15 महाविद्यालयों की प्रविष्टिय आई जिसमें से प्रतियोगिता के पहले दिन यूटीडी और होलकर विज्ञान महाविद्यालय 8-8 अंक के साथ शीर्ष पर रहे एवं क्लाथ मार्केट कन्या महाविद्यालय, सेंट पॉल कॉलेज एवं पीएमबी गुजराती विज्ञान महाविद्यालय 4-4 अंक के साथ द्वितीय पायदान पर रहे। कार्यक्रम के प्रारंभ में महाविद्यालय के प्राचार्य व प्रतियोगिता के अध्यक्ष डॉ. राजीव कुमार झालानी ने स्वागत भाषण व संस्था परिचय दिया साथ ही शतरंज के राष्ट्रीय खिलाड़ी व कई वर्षाे तक देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की चयन समिति सदस्य होने के नाते डॉ. झालानी ने विद्यार्थियों को शतरंज के नियम एवं खेल के दौरान रखी जाने वाली सावधानियों से भी अवगत करवाया। क्रीड़ा अधिकारी एवं प्रतियोगिता के सचिव धर्मेन्द्र ठाकुर ने प्रतियोगिता की विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन डॉ. राजश्री नरवणे ने किया व आभार प्रो. विकास जोशी ने माना।