लंदन । ऑपरेशन के दौरान मरीजों में खून की कमी होना आम बात है। डॉक्टर जब आपरेशन करते हैं तो मरीज के शरीर से काफी खून निकलता है। इसलिए चिकित्सक आपरेशन करने के पहले मरीज के शरीर में खून चढ़ाते हैं। कई मरीजों को ऑपरेशन के दौरान इमरजेंसी में खून चढ़ाना पड़ता है। ऐसे में वहां तत्काल खून मौजूद नहीं होने पर बहुत बड़ी मुसीबत खड़ी होने लगती है। इसी समस्याओं से निपटने के लिए ब्रिटेन सरकार ने अपने सभी डॉक्टरों से कहा है कि वे मरीज के ऑपरेशन से पहले उसे ट्रानेक्सामिक का इंजेक्शन लगाए।
ट्रानेक्सामिक इंजेक्शन लगाने के बाद मरीज में खून का थक्का तेजी से बनेगा जिसके कारण ज्यादा खून बाहर नहीं निकल पाएगा। दरअसल, जब किसी का ऑपरेशन होता है, तब चीरा लगाने के दौरान खून निकलता है। कुछ मरीजों में ज्यादा खून निकल जाता है। ऐसा इसलिए होता है कि उसके खून में थक्का सही से नहीं बनता। यह दवा खून में थक्कों को नष्ट होने से रोकती है। ब्रिटेन में सभी डॉक्टरों से कहा गया है कि वे ऑपरेशन से पहले मरीजों में यह इंजेक्शन लगाएं, ताकि ब्रिटेन में बड़े पैमाने पर अस्पतालों में खून की कमी से निजात पाने में मदद मिल सके। इसलिए ब्रिटेन के अस्पतालों में इंजेक्शन को स्टॉक करने के लिए भी कहा गया है। क्लिनिकल ट्रायल में ट्रानेक्सामिक एसिड का पहले ही परीक्षण कर लिया गया है। सबसे बड़ी बात यह है कि ट्रैनेक्सैमिक एसिड की कीमत भी बहुत कम है। इसकी कीमत महज 2 पौंड यानी 200 रुपए के लगभग है।
ब्रिटेन के हेल्थ विशेषज्ञों ने कहा कि ट्रानेक्सामिक दवा थक्का बनने के नष्ट होने से रोकने में बहुत कारगर है। खून की कमी से निपटने के लिए इस दवा का इस्तेमाल काफी सुरक्षित है। ब्रिटेने के अधिकारियों ने किसी भी तरह के ऑपरेशन से पहले इस दवा को देने के लिए कहा है। ब्रिटेन में फिजिशियन और सर्जनों ने भी इस दवा को सुरक्षित बताया है।
चिकित्सकों ने कहा कि ट्रानेक्सामिक एसिड को ऑपरेशन से पहले सभी वयस्क मरीजों में लगाया जाना चाहिए और यदि ऑपरेशन के दौरान 500 एमएल से ज्यादा खून बहा तो भी उसे लगाना चाहिए। रॉयल कॉलेज ऑफ एनेस्थेटिस्ट्स की अध्यक्ष डॉ फियोना डोनाल्ड ने बताया कि सर्जरी में ट्रानेक्सामिक एसिड के उपयोग को बढ़ाने से वैकल्पिक सर्जरी को रद्द करने से बचने में मदद मिल सकती है।