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एयर इंडिया ने विमान में शराब परोसने के नियम में किया बदलाव /25 Jan 2023 12:51 PM/    724 views

पेशाब कांड के बाद एयर इंडिया ने लिया फैसला

सुनील शर्मा
नई दिल्ली । न्यूयार्क-नई दिल्ली एयर इंडिया विमान में महिला पर पेशाब किए जाने के मामले में काफी बवाल मचा है। डीजीसीए ने एयर इंडिया को फटकार लगाई। एयर लाइंस पर 30 लाख का जुर्माना भी लगाया गया। वहीं पायलट का लाइसेंस 3 महीने के लिए रद्द कर दिया गया। एयरलाइन की आंतरिक उड़ान सेवाओं के निदेशक पर तीन लाख रुपए का जुर्माना लगाया था। लोगों ने सवाल उठाए कि विमान में शराब परोसा ही क्यों जाता है। अब एयर इंडिया ने इस मामले में बड़ा कदम उठाया है। टाटा के स्वामित्व वाली विमानन कंपनी एयर इंडिया ने शराब परोसने की नीति में संशोधन किया है। विमान में बढ़ती बदलूकी की घटनाओं के कारण एयरलाइंस ने ये कदम उठाया है। एयर इंडिया ने कहा है कि विमान में अब शराब सुरक्षित ढंग से परोसा जाएगा। वहीं दोबारा शराब परोसने से मना करने के लिए समझदारी से काम लिया जाएगा। पायलट और चालक दल इसमें समझदारी के काम लेंगे। वहीं चालक दल उन यात्रियों की पहचान करने के लिए चौकन्ना रहेगा जो अपनी शराब का सेवन कर रहे होंगे। विमान में शराब को उचित और सुरक्षित तरीके से परोसा जाएगा। अगर जरूरत लगेगी तो यात्रियों को दोबारा शराब देने से मना भी किया जाएगा।
टाटा समूह के स्वामित्व वाली एअर इंडिया ने मंगलवार को कहा कि उसने न्यूयॉर्क से नई दिल्ली के बीच 26 नवंबर 2022 को संचालित उड़ान संख्या एआई-102 के चालक दल और प्रशासनिक कर्मियों के कामकाज के मामले में अपनी आंतरिक जांच को बंद कर दिया है। एयरलाइन ने अपने बयान में कहा कि वह इस बात को मानती है कि उसने नागर विमानन आवश्यकताओं (सीएआर) के पत्र के आधार पर घटना का सही से वर्गीकरण नहीं किया और इसे रिपोर्ट करना जरूरी नहीं समझा। एअर इंडिया ने यह भी कहा कि उसे कमांडर का लाइसेंस निलंबित किये जाने की कार्रवाई उनकी गलती की तुलना में अत्यधिक लगती है और वह इसके खिलाफ अपील में उनकी मदद करेगी।
बयान में कहा गया कि एअर इंडिया तत्काल हालात से प्रभावी तरीके से निपटने में विमान कर्मियों के अच्छे मन से किये गये प्रयासों को रेखांकित करना चाहती है जबकि सभी तथ्य उपलब्ध नहीं थे। वह इस बात को भी संज्ञान में लेती है कि बिजनेस श्रेणी के एक सहयात्री के उसी समय लिखे गये बयान में चालक दल के कामकाज की स्पष्ट प्रशंसा शामिल है और उनके द्वारा पायलट की आलोचना अन्य संदर्भ में है।
मीडिया में 21 जनवरी को खबर आई थी कि एयर इंडिया के पायलटों की संस्था इंडियन पायलट्स गिल्ड (आईपीजी) डीजीसीए द्वारा पायलट का लाइसेंस तीन महीने के लिए निलंबित किये जाने के संबंध में कानूनी तरीकों और अन्य विकल्पों पर विचार कर रही है। घटना के बाद का विस्तृत ब्योरा देते हुए एयर इंडिया ने कहा कि जब एक यात्री ने कथित रूप से सहयात्री पर पेशाब कर दिया था तो शिकायतकर्ता सहयात्री ने चालक दल से संपर्क कर सहायता मांगी थी।उसने कहा कि कोई गवाह नहीं होने की स्थिति में चालक दल ने शिकायतकर्ता के आरोपों को सुनकर उनकी सहायता की और उन्हें नए कपड़े दिए उनके सामान की सफाई में मदद की और उन्हें बिजनेस श्रेणी की वैसी ही दूसरी सीट पर बैठाया। जब आरोपी यात्री से इस बारे में शिकायत की गई तो वह शांत सहयोगात्मक थे और आरोप के प्रति अनभिज्ञता जताई। एयरलाइन ने यह भी स्पष्ट किया है कि आरोपी यात्री को चालक दल के सदस्यों ने अत्यधिक शराब नहीं परोसी थी और वह विमान कर्मियों को नशे में नजर नहीं आए थे। उसने यह भी कहा कि विमान कर्मी नियमित रूप से कमांडर को सूचित करते रहे। एयर इंडिया ने कहा कि चालक दल के हिसाब से कथित आरोपी ने किसी भी समय विमान की सुरक्षा के लिए कोई जोखिम पैदा नहीं किया। इस मामले में आरोपी शंकर मिश्रा इस समय जेल में हैं।

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    07 Feb 2023 02:48 PM

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