मुंबई । मुंबई समेत राज्य भर में खसरे के मरीज बढ़े हैं। इस साल अब तक राज्य भर में 142 लोग इसकी चपेट में आये हैं। जबकि इससे पहले 2021 में खसरे का केवल एक 2020 में दो और 2019 में तीन मामले सामने आए थे। इस वर्ष राज्य में खसरे के कुल 1104 पुष्ट मामले सामने आए और कुल 20 लोगों की मौत हुई है। खासकर इस साल खसरे के सबसे ज्यादा मामले और मौतें देखी गई हैं। स्वास्थ विभाग के अनुसार राज्य के 19 जिलों और महानगरपालिका क्षेत्रों में खसरे का प्रकोप है जिसमें मुंबई में सबसे अधिक मामले हैं। मालूम हो कि खसरा एक विषाणु जनित संक्रामक रोग है। यह एक टीके से रोकी जा सकने वाली बीमारी है। यह बीमारी मुख्य रूप से पांच साल से कम उम्र के बच्चों में होती है। यदि चार सप्ताह की अवधि में पांच या अधिक संदिग्ध खसरे के मामले सामने आते हैं और इन मामलों में से कम से कम दो मामलों में खसरे के लिए सकारात्मक परीक्षण किया जाता है तो किसी दिए गए क्षेत्र में खसरा का प्रकोप होना कहा जाता है।
- खसरे के लक्षण
इस रोग के लक्षणों में बुखार खांसी नाक बहना आंखों में जलन पहले चेहरे पर और फिर शरीर के बाकी हिस्सों पर लाल चपटे दाने शामिल हैं। खसरा कुछ बच्चों में दस्त मध्य कान के संक्रमण और निमोनिया शायद ही कभी दौरे अंधापन मस्तिष्क के संक्रमण जैसी जटिलताओं का कारण बनता है।