सोनिया शर्मा
बेंगलुरु। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने भारत के पहले सोलर मिशन आदित्य-एल1 को लेकर नया अपडेट दिया है। इसरो ने बताया है कि आदित्य-एल1 ने वैज्ञानिक डेटा को एकत्र करने का काम शुरू कर दिया है। इसरो ने एक्स पर किए अपने एक पोस्ट में बताया कि आदित्य-एल1 में उपकरण के सेंसर ने पृथ्वी से 50 हजार किमी से अधिक दूरी पर सुपर-थर्मल और ऊर्जावान आयनों और इलेक्ट्रॉनों को मापना शुरू कर दिया है।
इसरो के मुताबिक, आदित्य-एल1 जिन डेटा को एकत्र करेगा, उससे वैज्ञानिकों को पृथ्वी के आसपास के कणों के व्यवहार का विश्लेषण करने में मदद मिलेगी। यह आंकड़ा किसी एक इकाई द्वारा एकत्र किए गए ऊर्जावान कण वातावरण में भिन्नता को प्रदर्शित करता है। आदित्य एल-1 को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर से दो अगस्त को सुबह 11 बजकर 50 मिनट पर लॉन्च किया गया। यह भारत का पहला सूर्य मिशन है। इससे सूर्य के रहस्यों को समझने में वैज्ञानिकों को मदद मिलेगी।