राहुल शर्मा
नई दिल्ली । अडानी ग्रुप की कंपनी अडानी पावर को लेकर नेशलन कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) ने बड़ा फैसला दिया है। एनसीएलटी ने अडानी पावर में उसकी 6 सब्सिडियरी कंपनियों के विलय की योजना को मंजूरी दे दी है। अडानी पावर महाराष्ट्र, अडानी पावर राजस्थान, उडुपी पावर कॉरपोरेशन, रायपुर एनर्जेन, रायगढ़ एनर्जी जेनरेशन और अडानी पावर (मुंद्रा) के अडानी पावर के साथ विलय की इजाजत दी गई है। पिछले साल दिसंबर में ही कंपनी के सिक्योर्ड क्रेडिटर्स ने विलय की योजना को मंजूरी दी थी। अडानी पावर में विलय की खबर आने के बाद भी अडानी पावर के शेयर नहीं संभले हैं। हिंडनबर्ग विवाद के बाद से ही अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट आई है। गुरुवार को गिरावट के साथ बंद हुआ अडानी पावर का स्घ्टॉक आज भी 4.98 फीसदी लुढ़ककर 164.20 रुपए पर कारोबार कर रहा था। कंपनी ने शेयर बाजारों को जानकारी दी है कि एनसीएलटी की अहमदाबाद ब्रांच ने उसकी 6 पूर्ण स्वामित्व वाली सब्सिडियरी के अडानी पावर लिमिटेड के साथ एकीकरण की योजना को मंजूरी दे दी है। योजना में शामिल 6 कंपनियां अडानी पावर महाराष्ट्र लिमिटेड, अडानी पावर राजस्थान लिमिटेड, उडूपी पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड, रायपुर एनर्जेन, रायगढ़ एनर्जी जेनरेशन और अडानी पावर मुंद्रा शामिल हैं।