सोनिया शर्मा
नई दिल्ली । इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन पर उठाई जा रहे सवालों को लेकर चुनाव आयोग परेशान हो गया है। चुनाव आयोग के सूत्रों द्वारा कहा गया है, कि किसी भी तरह की उल जलूल और झूठी बातों पर आयोग अब चुप नहीं बैठेगा। झूठे आरोपों के कारण लोगों का भरोसा कमजोर होता है। इसको रोकने के लिए अब आयोग ने झूठे आरोप लगाने वालों से प्रमाण पेश करने के लिए नोटिस जारी करेगा। प्रमाण उपलब्ध नहीं कराए जाने पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
उल्लेखनीय है पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद, छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, अखिलेश यादव पूर्व मुख्यमंत्री,पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और कई अन्य नेताओं द्वारा आरोप लगाए गए हैं।यूट्यूबऔर सोशल मीडिया में भी ईवीएम मशीन को लेकर इस तरह के बयानों पर चुनाव आयोग नोटिस जारीकर प्रमाण मांगेगा। यदि प्रमाण प्रस्तुत नहीं किए गए तो आरोप लगाने वालों पर कठोर कार्रवाई चुनाव आयोग द्वारा की जाएगी।