राहुल शर्मा
नई दिल्ली । आज कर्तव्य पथ पर 74वें गणतंत्र दिवस की परेड का आयोजन किया गया था। इसमें तीनों सेनाओं ने अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया। इसमें भारतीय नौसेना के इल्यूशिन आईएल-38एसडी (समुद्री ड्रैगन) ने भी उड़ान भरी। इसकी खास बात ये ही कि इस समुद्री ड्रैगन ने चार साल तक राष्ट्र की सेवा की और पिछले साल सेवामुक्त होने के बाद गणतंत्र दिवस के परेड में शामिल हुआ है। आपको बता दें, ये इल्यूशिन आईएल-38एसडी विमान की गणतंत्र दिवस में पहली और आखिरी उड़ान थी। भारतीय नौसेना में चार दशकों तक अपनी शानदार सेवा देने के बाद इल्यूशिन आईएल-38 एसडी को 17 जनवरी 2022 को सेवामुक्त कर दिया गया था। इस साल की परेड में आईएल 38 एसडी ने अपनी गणतंत्र दिवस समारोह की पहली और आखिरी उड़ान भरी थी।
44 साल तक भारतीय नौसेना में दी सेवा
राष्ट्र की सेवा के 44 शानदार वर्षों के बाद 17 जनवरी, 2022 को आईएल-38एसडी को सेवामुक्त कर दिया गया था। इसे 1 अक्टूबर 1977 में भारतीय नौसेना में शामिल किया गया था। इसे रियर एडमिरल एम.के. रॉय द्वारा कमीशन किया गया था और उसके बाद कमांडर बी.के. मलिक ने इसकी कमान संभाली थी। आईएल 38 एसडी विमान सभी मौसम में लंबे समय तक टिकने वाला और पर्याप्त ऑपरेटिंग रेंज वाला विमान था। इस विमान को विंग्ड स्टैलियंस के नाम से भी जाना जाता था। अब नौसेना में इसकी जगह बोइंग द्वारा निर्मित अमेरिकी च्8पे ने ली है। सेवामुक्त होने के आखिरी दिन तक इस विमान ने सेवाएं दी और विदा से सात घंटे पहले मिशन उड़ान भरी।
50 लड़ाकू विमानों ने लिया था हिस्सा
गणतंत्र दिवस फ्लाईपास्ट में भारतीय वायु सेना के 45 विमान, भारतीय नौसेना का एक विमान और भारतीय सेना के चार हेलीकॉप्टर शामिल थे। भारतीय वायुसेना के अधिकारियों द्वारा प्रदर्शन में शामिल किए गए विभिन्न संरचनाओं के बीच भीम इस साल नया था। इसके साथ ही मिग -29, राफेल, जगुआर, एसयू -30, आदि जैसे विमानों द्वारा तीर, एब्रस्ट, एरोहेड, डायमंड जैसे कुल 13 फॉर्मेशन थे।