पवन शर्मा
नई दिल्ली । ऑनलाइन गेमिंग पर 28 फीसदी जीएसटी लगाने के फैसले के बाद इस क्षेत्र से जुड़े प्लेटफॉर्म ‘हाइक’ ने अपने करीब 55 कर्मचारियों की छंटनी कर दी है। यह कंपनी के कुल वर्कफोर्स का पांचवां हिस्सा है। इसके पहले ऑनलाइन गेमिंग सेक्टर की बड़ी कंपनी मोबाइल प्रीमियर लीग ने भी हाल ही में कर्मचारियों की छंटनी का ऐलान किया है। हाइक के फाउंडर और सीईओ कविन भारती मित्तल ने 10 अगस्त को इसकी जानकारी देते हुए कहा कि करीब 55 लोग हटाए गए हैं जिनमें से 24 अस्थायी कर्मचारी हैं। यह कर्मचारियों की कुल संख्या का करीब 22 फीसदी है। हमारा कारोबार बेहतरीन स्थिति में है लेकिन जीएसटी में 400 फीसदी का उछाल हमारे लिए बड़ा झटका है। मित्तल ने कहा कि ऑनलाइन गेमिंग पर 28 फीसदी की दर से जीएसटी लगाने से पड़ने वाले असर को कुछ हद तक कंपनी बर्दाश्त करेगी और इसी वजह से कर्मचारियों की संख्या में कटौती की जा रही है। हाइक प्लेटफॉर्म की समूची टीम वेब 3 गेमिंग मंच रश गेमिंग यूनिवर्स के विकास से जुड़ी हुई है। कंपनी करीब 52 लाख मंथली यूजर्स की मौजूदगी का दावा करती है। इसने विजेता राशि के तौर पर सालाना 30.8 करोड़ डॉलर की रकम वितरित की है। इसके पहले गेमिंग यूनिकॉर्न एमपीएल ने भी हाल ही में जीएसटी में 28 फीसदी की बढ़ोतरी के कारण लागत का बोझ कम करने के लिए छंटनी का ऐलान किया है। कंपनी ने अपनी भारतीय टीम के लगभग आधे या करीब 350 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का फैसला किया है। इसके अलावा, क्विजी जैसे कुछ छोटे साइज के गेमिंग स्टार्ट-अप ने अपना कारोबार बंद करने की घोषणा की है।