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बैंकॉक में अमेरिका-चीन के बीच 12 घंटे वार्ता /30 Jan 2024 04:55 PM/    42 views

अमेरिका में चीनी छात्रों के साथ दुर्व्यवहार पर जिनपिंग सरकार सख्त

बीजिंग। अमेरिका में पढ़ाई के लिए आने वाले चीनी छात्रों से दुर्व्यवहार का आरोप लगा चीन सरकार ने अमेरिकी प्रशासन से विरोध दर्ज कराया है। चीन ने आरोप लगाया है कि कुछ छात्रों से घंटों पूछताछ की गई, उनके इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की जांच की गई। कुछ मामलों में उन्हें जबरन वापस स्वदेश भेज दिया गया और उनके प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया। यह स्वीकार्य नहीं है।
अमेरिका में चीनी राजदूत शी फेंग ने कहा- श्पिछले कुछ महीनों में अमेरिका से बाहर जाने या अपने परिवार से मिलने घर जाने के बाद वापस स्कूल लौटने वाले दर्जनों चीनी छात्रों को अमेरिका में प्रवेश देने से इनकार कर दिया गया।श्
वॉशिंगटन में रविवार को चीनी दूतावास में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान शी फेंग ने कहा कि जब चीनी छात्र घर से वापस अमेरिका लौटे तो हवाई अड्डे पर अमेरिकी अधिकारियों द्वारा उनसे आठ घंटे तक लंबी पूछताछ की गई। कुछ को जबरन वापस चीन भेज दिया गया और उनका प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया। चीनी दूतावास की वेबसाइट के अनुसार, अमेरिका में 2,90,000 चीनी छात्र पढ़ते हैं, यह संख्या देश में विदेशी छात्रों की एक तिहाई है। व्हाइट हाउस ने सोमवार को कहा कि अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जैक सुलिवन और उनके चीनी समकक्ष वांग यी के बीच 12 घंटे तक बैठक हुई है। इस दौरान पिछले साल नवंबर में दोनों देशों के राष्ट्रपतियों के बीच व्यापार, नारकोटिक्स समेत विभिन्न तनाव के मुद्दों पर हुई बातचीत के बाद प्रगति की समीक्षा की गई।
इस पर नाटो के महासचिव जेंस स्टोलटेन्बर्ग ने चीन द्वारा रूस को समर्थन और पश्चिम एशिया में संदिग्ध भूमिका को लेकर हिदायत दी है। उन्होंने कहा कि चीन की बड़ी अर्थव्यस्था न केवल नाटो के लिए बल्कि अमेरिका के लिए भी खतरा है।

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