बेंगलुरू । खतरनाक कोरोना वायरस एक बार फिर लोगों को डरा रहा है। एक तरफ जहां चीन में हालात बेकाबू हो गए हैं। वहीं दूसरी तरफ अमेरिका जापान सहित दुनिया के कुछ देशों में कोरोना वायरस के मामले डरा रहे हैं जिसे देखते हुए भारत में भी निगरानी और सतर्कता बरती जाने लगी है। देश में ओमिक्रोन सबवैरिएंट बीएफ.7 के मामले पाए जाने के बीच कर्नाटक सरकार सोमवार को निवारक उपायों और पालन किए जाने वाले दिशानिर्देशों पर फैसला कर सकती है।
अनावश्यक चिंता करने की जरूरत नही : सीएम
मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने रविवार को कहा कि स्वास्थ्य और आपदा प्रबंधन मंत्री के सुधाकर और आर अशोक कोविड पर चर्चा करेंगे और केंद्र से कई निर्देश आए हैं और राज्य सरकार को कोरोना प्रसार पर तथ्यात्मक स्थिति का विश्लेषण करने के बाद कुछ निर्णय लेने की जरूरत है। पत्रकारों से बात करते हुए बोम्मई ने आगे कहा कि अनावश्यक चिंता करने की जरूरत नहीं है लेकिन जागरूकता जरूरी है। उन्होंने कहा पूर्व में देश और राज्य पर अंतरराष्ट्रीय प्रभाव को ध्यान में रखते हुए कल की बैठक में दिशा-निर्देश तय किए जाएंगे जिसमें तकनीकी विशेषज्ञ भी शामिल होंगे।
बंद स्थानों में फेस मास्क अनिवार्य करने का फैसला
इससे पहले बढ़ते कोरोना वायरस के मामलों को देखते हुए कर्नाटक ने गुरुवार को बंद स्थानों में फेस मास्क अनिवार्य करने का फैसला किया था। इसके साथ ही कोविड-19 के लिए सभी इन्फ्लुएंजा-जैसी बीमारी और गंभीर तीव्र श्वसन बीमारी मामलों के अनिवार्य परीक्षण का निर्देश दिया था। चिक्कबल्लापुरा में बोलते हुए मंत्री के सुधाकर ने कहा वह और मंत्री आर अशोक कोविड-19 की स्थिति का विश्लेषण करने के लिए मिलेंगे और एहतियाती उपायों पर निर्देश जारी करेंगे। उन्होंने ने कहा चूंकि साल के अंत और नए साल जैसी बड़ी गतिविधियां आ रही हैं किस तरह की सतर्कता बनाए रखनी है जहां लोगों के जश्न मनाने की संभावना है उन जगहों पर क्या एहतियाती उपाय किए जाने चाहिए पर चर्चा करेंगे।