सुनील शर्मा
अब शेयरों की एनवाईएसई में नहीं होगी खरीद-बिक्री
नई दिल्ली । टाटा ग्रुप की दिग्गज कंपनी टाटा मोटर्स के शेयरों की अब खरीदी-बिक्री नहीं होगी क्योंकि न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज यानी एनवाईएसई से डी-लिस्टिंग हो गई है। टाटा मोटर्स ने कहा कि न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज से वह अपने-अपने साधारण शेयरों को स्वैच्छिक रूप से डी-लिस्टिंग कर रही है। सोमवार का कारोबार बंद होने के साथ ही यह प्रभावी हो जाएगा। कंपनी ने एक नियामकीय सूचना में इसकी जानकारी देते हुए कहा कि भारतीय कानून के तहत लगी नियामकीय पाबंदियों की वजह से अमेरिकी बाजार में उसके अमेरिकन डिपॉजिटरी रिसीट्स का सोमवार के बाद कारोबार नहीं होगा। टाटा मोटर्स ने कहा कि एडीएस धारक अपने शेयरों को न्यूयॉर्क एक्सचेंज में डिपॉजिटरी के पास जमा कर सकते हैं। यह काम 24 जुलाई 2023 तक करना होगा। निर्धारित समय के बाद डिपॉजिटरी बचे हुए साधारण शेयरों की बिक्री कर सकती है। हालांकि कंपनी ने कहा कि भारत में बीएसई एवं एनएसई पर उसके इक्विटी शेयरों के कारोबार या मौजूदा सूचीबद्धता हैसियत पर इस कदम का कोई असर नहीं पड़ेगा।
टाटा मोटर्स लिमिटेड ऑटो क्षेत्र में सक्रिय एक लार्ज कैप कंपनी है जिसका मार्केट कैप 140208.27 करोड़ रुपए है। टाटा मोटर्स ने सोमवार को ऐलान किया कि उसने अपने अधिकृत यात्री इलेक्ट्रिक वाहन डीलरों को फाइनेंसिंग सॉल्यूशन उपलब्ध कराने के लिए आईसीआईसीआई बैंक के साथ साझेदारी की है। साझेदारी के तहत बैंक डीजल और पेट्रोल मॉडल के लिए डीलरों को बैंक की फंडिंग के अलावा अधिकृत यात्री ईवी डीलरों को इन्वेंट्री फंडिंग प्रदान करेगा।
मीडिया के अनुसार टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स और टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के प्रबंध निदेशक शैलेश चंद्र ने घोषणा किया कि हमारा डीलर नेटवर्क हमारे मुख्य समर्थन स्तंभों का एक हिस्सा है और उनके निरंतर प्रयास के जरिए हम भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की लहर पैदा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कंपनी को भरोसा है कि इस टाई-अप के जरिए यह ईवी को और ज्यादा सुलभ बना देगा और ईवी खरीद प्रक्रिया ग्राहकों के लिए एक सहज और यादगार अनुभव बन जाएगी।