Sun, Apr 28, 2024
image
सूर्य देव को समर्पित माना जाता है यह महीना /23 Dec 2023 01:17 PM/    82 views

27 दिसंबर 2023 से हो रही है पौष माह की शुरुआत

 नई दिल्ली। धार्मिक दृष्टि से पौष का महीना विशेष स्थान रखता है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार मार्गशीर्ष माह के बाद पौष मास की शुरुआत होती है। यह हिंदू कैलेंडर 10वां महीना है, जिसे पूष भी कहा जाता है। यह महीना सूर्य देव और भगवान विष्णु की पूजा के लिए समर्पित माना जाता है।
 
पौष माह का महत्व
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार पौष माह में सूर्य देव, भगवान विष्णु और पितरों की उपासना करने से व्यक्ति को धन, ऐश्वर्य और अच्छे स्वास्थ्य की प्राप्ति हो सकती है। इसके साथ ही लंबी आयु का भी वरदान प्राप्त होता है। इस माह में पूर्वजों की आत्मा की शांति के किया पिंडदान, तर्पण और श्राद्ध कर्म आदि करना भी उत्तम माना जाता है।
 
इस तरह दें सूर्य को अर्घ्य
पौष माह, सूर्य देव को समर्पित माना गया है। ऐसे में पौष माह में रोजाना तांबे के बर्तन में जल, लाल चंदन और लाल रंग के फूल डालकर सूर्य देव को अर्पित करें। अर्घ्य देते समय ऊँ सूर्याय नमरू मंत्र का जाप भी करते रहें। ऐसा करने से साधक को कई तरह की बीमारियां दूर से मुक्ति मिलती है।
 
जरूर करें ये काम
पौष माह के रविवार को बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है। ऐसे में इस महीने में रविवार का व्रत जरूर रखना चाहिए। इस व्रत में नमक का सेवन नहीं करना चाहिे। इस दिन तिल या फिर चावल की खिचड़ी बनाकर सूर्यनारायण को अर्पित करें। ऐसा करने से व्यक्ति को बेहतर स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है। साथ ही इस माह में लौंग, गुड़, अदरक और अजवाइन का सेवन करना लाभकारी माना जाता है।
 
इन बातों का रखें ध्यान
पौष माह में मांस, मदिरा, मूली, बैंगन, उड़द दाल, मसूर दाल, फूल गोभी आदि का सेवन करने से बचना चाहिए। इस मास में किसी भी तरह के शुभ कार्य जैसे शादी, विवाह आदि भी नहीं करने चाहिए। इस दौरान मन में बुरे ख्याल लाने से, क्रोध और लालच आदि से भी दूर रहना चाहिए।

Leave a Comment