राहुल शर्मा
नई दिल्ली । आईआईटी मद्रास में प्रयोगशाला में बने हीरे के लिए एक भारत केंद्र स्थापित करने का प्रस्ताव है। सरकार ने कहा कि केंद्र की कुल लागत 242.96 करोड़ रुपए होगी। इस केंद्र को अगले पांच वर्षों तक बजटीय सहायता दी जाएगी। वाणिज्य मंत्रालय ने कहा कि इस परियोजना का मकसद इस क्षेत्र के उद्योगों को तकनीकी मदद देना है। आम बजट 2023-24 में प्रयोगशाला में बने हीरों (एलजीडी) के लिए स्थानीय स्तर पर मशीनरी, बीजों तथा उत्पादन विधि को प्रोत्साहित करने के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (आईआईटी) में किसी एक को पांच साल का शोध अनुदान देने की घोषणा की गई थी। एक आधिकारिक बयान के मुताबिक भारत सरकार, निर्यात संवर्धन परिषद तथा उद्योग के प्रतिनिधियों की एक संयुक्त समिति ने इसके लिए आईआईटी-मद्रास को चुना। बयान में कहा गया है कि वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल की अध्यक्षता में परियोजना मूल्यांकन समिति ने प्रस्ताव की सिफारिश की है और केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने इसे मंजूरी दी है।