राहूल शर्मा
नई दिल्ली । भारतीय बैडमिंटन टीम के पूर्व राष्ट्रीय कोच विमल कुमार का मानना है कि इस बार भारतीय टीम सुदीरमन कप में जीत की प्रबल दावेदार रहेगी। विमल के अनुसार एशियाई बैडमिंटन मिश्रित टीम चैम्पियनशिप (एबीसी) में भारतीय टीम को कांस्य पदक मिलने से यह उम्मीद बनी है कि अब वह सुदीरमन कप भी जीतेगी। भारतीय टीम को एबीसी के सेमीफाइनल में चीन के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था पर उसे पहली बार कांस्य पदक अवश्य मिला। यह इसलिए भी अहम है क्योंकि एबीसी में भारत ने युगल वर्ग के शीर्ष खिलाड़ी सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी के बिना ही जीत दर्ज की थी। एबीसी में चिराग शेट्टी एवं ध्रुव कपिला की पुरुष जोड़ी और तृषा जॉली एवं गायत्री गोपीचंद की युवा महिला युगल जोड़ी का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा था जिससे हमारे हौंसले बढ़ हुए हैं।
विमल ने कहा, ‘‘सात्विक की वापसी से हमारे पास काफी अच्छी युगल जोड़ी रहेगी। हमारे एकल खिलाड़ी हमेशा ही अच्छे रहे हैं। एच एस प्रणॉय और पीवी सिंधु किसी भी खिलाड़ी को हराने में सक्षम हैं। इसलिए हमारी टीम के सुदीरमन कप जीतने की अच्छी संभावनाएं हैं। पूर्व कोच के अनुसार महिला युगल खिलाड़ियों का प्रदर्शन भी पहले से बेहतर हुआ है। तृषा और गायत्री का मनोबल भी मलेशिया की शीर्ष युगल जोड़ी टैन पियरली और थिनाह मुरलीधरनक के खिलाफ मिली जीत से बढ़ा होगा। ऐसे में हमारे सुदीरमन कप जीतने की संभावनाएं बढ़ गयी हैं। इससे पहले हमारी टीम ने थॉमस कप भी जीता था। भारतीय टीम ने एशियाई बैडमिंटन मिश्रित टीम चैम्पियनशिप में हांगकांग को हराकर अपना पहला महाद्वीपीय कांस्य पदक हासिल किया था। इसके साथ ही भारत को 14 से 21 मई तक चीन के सुझोउ में होने वाले सुदीरमन कप के लिए सीधे क्वालीफाई करने में भी सहायता मिली। मिली।
उन्होंने कहा, ‘‘एबीसी कप में पुरुष और महिला युगल जोड़ियों ने दमदार प्रदर्शन किया।मैं उन्हें बहुत श्रेय दूंगा हालांकि हम एकल में उम्मीद के मुताबिक खेल नहीं दिखा सके। आम तौर पर हम एकल मुकाबलों में मजबूत रहते थे पर सात्विक की बिना युगल जोड़ियों ने हांगकांग और चीन के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन किया। महिलाओं की जोड़ी ने विशेष रूप से जबरदस्त सुधार दिखाया है। अगर हमें एकल में जीत मिलती तो हम फाइनल में पहुंच सकते थे।