क्या सफल लैंडिंग करने वाला पांचवां देश बनेगा जापान?
टोक्यो। जापान ने अपने पहले मून मिशन को स्थगित कर दिया है। जापान ने सोमवार (28 अगस्त ) को चांद की सतह पर पहली बार उतरने का प्रयास करने वाले एच2ए रॉकेट को लॉन्च करने वाला था। मगर, एनएचके के मुताबिक, मौसम में खराबी की वजह से मिशन को स्थगित कर दिया गया। दरअसल, जापान सोमवार सुबह 9रू26 बजे, भ्2। रॉकेट को दक्षिण-पश्चिम में कागोशिमा प्रान्त में तनेगाशिमा अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च करने वाला था। चंद्रमा की जांच के लिए स्मार्ट लैंडर चांद को जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी (श्र।ग्।) ने विकसित किया है। एनएचके के अनुसार, एच2ए रॉकेट चंद्रमा की चट्टानों की खोज करने के साथ में वहां सटीक लैंडिंग प्रक्रियाओं को प्रदर्शित करेगा। एनएचके ने दुनिया को दिखाने के लिए टेलीविजन, रेडियो और ऑनलाइन के माध्यम से जापान और एशिया पर नई जानकारी दी। अगर यह मिशन सफल रहा तो जापान चंद्रमा पर सफलतापूर्वक यान उतारने वाला दुनिया का पांचवां देश बन जाएगा।
इससे पहले भारत ने 23 अगस्त की शाम को चांद की सतह पर सफलतापूर्वक यान उतारने वाला चौथा देश बन गया और चांद के दक्षिणी ध्रुव पर यान उतारने वाला पहला देश बना। भारत से पहले चंद्रमा पर यान उतारने वाले देशों में रूस, अमेरिका और चीन हैं। अगर जापान चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक अपना यान उतारता है तो वह दुनिया का पांचवां सफल देश बन जाएगा।