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“इंडिया वर्कफोर्स होप्स एंड फियर्स सर्वे 2023” सर्वे में किया दावा /14 Dec 2023 11:36 AM/    32 views

एआई प्रोडक्टिविटी में सुधार करने में करेगा मदद

सोनिया शर्मा
नई दिल्ली  ।  51 प्रतिशत भारतीयों का मानना है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) उन्हें काम पर प्रोडक्टिविटी में सुधार करने में मदद करेगा। भारत का औसत ग्लोबल औसत से अधिक है, जहां 31 प्रतिशत का मानना है कि एआई से उन्हें काम में फायदा होगा। यह दावा किया है पीडब्ल्यूसी के “इंडिया वर्कफोर्स होप्स एंड फियर्स सर्वे 2023” नामक एक नए सर्वे में। ताजा सर्वे में यह भी बताया गया है कि 62 प्रतिशत भारतीयों का मानना है कि उनकी नौकरियों के लिए जरूरी स्किल अगले पांच सालों में बदल जाएगी, जबकि वैश्विक स्तर पर इस बात को मानने वाले 36 प्रतिशत हैं। इसके अलावा, इनमें से 69 फीसदी भारतीयों को पता है कि जरूरतें कैसे बदलेंगी।
पीडब्ल्यूसी इंडिया के पार्टनर कार्तिक ऋषि ने कहा, “भारतीय लीडर्स जानते हैं कि उन्हें भविष्य में बिजनेस को सफल बनाने के लिए अपने वर्कफोर्स को एडवांस करने की आवश्यकता है। साथ ही, जिस तरह से काम और काम करने की जगहों में बदलाव आ रहा है, भारत में कर्मचारी नई स्किल सीखने की जरूरत को जानते हैं, और इसी के हिसाब से ही वे अपने करियर के फैसले ले रहे हैं।” “कई कंपनियां अपनी टैलेंट रणनीतियों में भविष्य के लिए स्किल डेवलप करने पर पर्याप्त ध्यान नहीं दे रही हैं। लॉन्ग टर्म सक्सेस के लिए, लीडर्स को यह सुनिश्चित करने की ज़रूरत है कि वे लॉन्ग टर्म सफलता के लिए अपनी बिजनेस रणनीति के एक महत्वपूर्ण हिस्से के रूप में सही स्किल सिखाने को प्राथमिकता दें।” 
भारत में, 24प्रतिशत  लोग सोचते हैं कि एआई उनके काम को नुकसान पहुंचाएगा, जबकि वैश्विक स्तर पर केवल यह 14प्रतिशत को ऐसा लगता है। इसके अतिरिक्त, 21 प्रतिशत भारतीयों का मानना है कि एआई उनकी नौकरियों की जगह ले लेगा, जबकि दुनिया भर में केवल 13प्रतिशत  को यह लगता है। रिपोर्ट से पता चलता है कि 42प्रतिशत  भारतीय कर्मचारी अगले साल नौकरी बदल सकते हैं, इसका मुख्य कारण यह है कि उन्हें बेहतर वेतन और प्रमोशन की उम्मीद है। वैश्विक स्तर पर यह 26प्रतिशत  से कम है। इसके अलावा, विश्व स्तर पर 35प्रतिशत की तुलना में 70 प्रतिशत भारतीय प्रमोशन मांगने को तैयार हैं। पीडब्ल्यूसी इंडिया की पार्टनर अनुमेहा सिंह का कहना है कि सर्वे से पता चलता है कि युवा पीढ़ी पर ध्यान देने के बावजूद, मैनेजर्स और वरिष्ठ अधिकारी भी प्रमोशन को लेकर तैयार हैं। कर्मचारी अच्छे वेतन के अलावा और भी बहुत कुछ चाहते हैं; वे अपने गोल को प्राप्त करने के लिए जॉब सैटिसफेक्शन और तेज़ ग्रोथ के अवसर भी तलाशते हैं। 

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