संघर्षो से भरी है आकाश दीप की कहानी
सुनील शर्मा
नई दिल्ली। अपने संघर्ष और जज्बे के दम पर कोई भी इंसान मंजिल जीत सकता है। हाल ही में ऐसा उदाहरण बिहार के आकाश दीप की कहानी पर परफेक्ट बैठता है, जिन्होंने काफी संघर्ष के बाद भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू कर लिया हैं।
इंग्लैंड के खिलाफ खेले जा रहे चौथे टेस्ट मैच में भारत की तरफ से आकाश दीप को टेस्ट डेब्यू कैप मिली। कोच राहुल द्रविड़ ने 27 साल के बाएं हाथ के गेंदबाज को डेब्यू कैप सौंपी और सभी खिलाड़ियों ने उनका स्वागत किया। रांची टेस्ट में इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। इस दौरान भारत की प्लेइंग-11 में एक बदलाव हुआ। कप्तान रोहित ने जसप्रीत बुमराह की गैरमौजूदगी में आकाश दीप को टेस्ट डेब्यू कराया। आइए जानते हैं कौन हैं आकाश दीप और उनकी संघर्ष भरी कहानी के बारे में।
दरअसल, भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का चौथा मुकाबला रांची में खेला जा रहा है। रांची टेस्ट में भारत की तरफ से जसप्रीत बुमराह की गैरमौजूदगी में अनकैप्ड आकाश कममच को मौका मिला है। बता दें कि आकाश दीप को काफी मुश्किलों का सामना करने के बाद टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू का मौका मिला। उन्होंने न्यूज एजेंसी पीटीआई से बातचीत करते हुए भारतीय टेस्ट स्क्वॉड से जुड़ने के बाद अपनी स्ट्रगल स्टोरी के बारे में बताया था। टेनिस गेंद से शुरू आकाश दीप ने अपने करियर की शुरुआत की थी और उनका सफर अंत में अंतरराष्घ्ट्रीय क्रिकेट तक पहुंचा। उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया कि उनके पिता हमेशा से ही चाहते थे कि वह सरकारी नौकरी करें, जिसको लेकर आकाशदीप ने कई परीक्षा भी दी, लेकिन वह पेपर में कुछ भी लिखकर नहीं आते थे। उनके दिमाग में सिर्फ और सिर्फ क्रिकेटर बनने का जुनून था। उन्होंने बताया कि बचपन में उन्हें लोग ताने सुनाते थे और उनके दोस्तों के परिवार वाले उनसे दूर रहने की सलाह देते थे। आकाश दीप ने बताया था कि कितने बच्चे जो अपने बच्चों से कहते थे कि आकाश से दूर रहो, वो पढ़ाई नहीं करता और उसकी संगत में बिगड़ जाओगे, लेकिन मैं उनकी निंदा नहीं करना चाहता। बता दें कि आकाश दीप ने कुछ समय पहले ही अपने पिता और भाई दोनों को हमेशा के लिए खोया, लेकिन इतने मुश्किलें समय में अंदर से टूटने के बावजूद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और शानदार परफॉर्मेंस कर भारत की टेस्ट टीम में जगह बना ली। बता दें कि कोच राहुल द्रविड़ से डेब्यू कैप मिलने के बाद आकाश दीप सबसे पहले अपनी मां के पास गए और उनके पैर छुकर उनका आशीर्वाद लिया। दाएं हाथ के गेंदबाज ने जसप्रीत बुमराह को रिप्लेस किया, जिन्हें चौथे टेस्ट के लिए वर्कलोड की वजह से आराम दिया गया है।