सोनिया शर्मा
आगरा संवाददाता। आगरा शहर की उमरैया गली में भी एक ‘टीला माईथान’ है। कंक्रीट के महल बनाने के लिए यहां मिट्टी के विशाल टीला का नामोनिशान मिटा दिया गया। खोदाई करते मशीनों के पंजों की धमक से आसपास के मकानों की दीवारें दरक गई हैं। बेसमेंट के लिए इतनी खोदाई कराई गई कि आसपास के मकानों की नींव 30 फीट ऊंचाई पर लटक गई हैं। चार साल से ये मनमानी चल रही है। क्षेत्रीय लोगों की शिकायतों को अधिकारियों ने अनसुनी कर दीं।
दिन रात बेचैन रहते हैं लोग
कभी भी मकान ढह जाने की आशंका से लोग दिन में बेचैन रहते हैं और रात में नींद नहीं आती। टीला माईथान में धर्मशाला की जमीन पर बेसमेंट की खोदाई के दौरान तीन मकान और एक मंदिर गिर गया था। मकान के मलबे में दबने से एक बालिका की मृत्यु हो गई थी। इस घटनास्थल से करीब तीन सौ मीटर दूर ही पथवारी में उमरैया गली है।
सघन क्षेत्र में इस तरह के निर्माण पर आश्चर्य हुआ। आसपास के लोगों ने जो बताया, चौंकाने वाला था। जो दिखाया वो विचलित करने वाला था। बताया कि यहां हवेली बहादुर खां थी। इस हवेली में लंबे समय से सेठ का परिवार रहता था। हवेली खंडहर होने के बाद टीला बन गया था। इस पर क्षेत्रीय बच्चे खेलते-कूदते थे।
मशीनें टीला की खोदाई करने में लगीं
चार-पांच वर्ष पहले मशीनें टीला की खोदाई करने लगीं। ट्रैक्टरों और डंफरों से मिट्टी की ढुलाई होने लगी। दिन-रात चलते इस कार्य से क्षेत्र को चिंता में डाल दिया। बिल्डर ने आसपास के कुछ मकान भी खरीद लिए। बेसमेंट के लिए भी खोदाई कराई गई। इससे आसपास के मकानों की नींव करीब तीस फीट ऊपर टंगी रह गई। लोगों ने कहा कि हमारे विरोध के बाद तीन फीट जगह छोड़कर बिल्डर ने नीचे से बाउंड्रीवाल कराई। मगर, यह भी कमजोर है। चार इंच की दीवार कभी दरक सकती है।
छह मंजिला भवन बनेगा
निर्माणाधीन भवन पर मौजूद व्यक्ति ने सतही जानकारी में बताया कि यहां छह मंजिला भवन बनेगा। एक मंजिल पर छह फ्लैट हैं। कुल 36 फ्लैट बनाए जाएंगे। फ्लैट की कीमत कितनी है? के सवाल पर व्यक्ति ने कहा कि ये तो लाला जी ही बताएंगे।
खोदाई के समय पर पुलिस से शिकायत की थी। पुलिसकर्मी आए थे, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। निर्माणाधीन बहुमंजिला भवन के पास स्थित भाई राकेश के मकान में दरार पड़ गई है। दरार बढ़ती जा रही है। जगमोहन कुशवाह, गली उमरैया बिल्डर ने टीला खत्म करके बेसमेंट खोद दिया। इससे बस्ती दो मंजिल ऊपर टंग गई है। हमारे मकान में दरार पड़ गई है। बिल्डर से कई बार शिकायत की है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। टीला माईथान की दुर्घटना के बाद डर गए हैं। रात में नींद खुल जाती है। अक्षय कुशवाह, गली उमरैया पथवारी
दुर्घटना के बाद काम बंद
स्थानीय लोगों ने बताया कि बिल्डर बहुमंजिला भवन बनाने का कार्य तीन-चार वर्ष से चल रहा है। एडीए की टीम ने कई बार मौके पर पहुंचकर काम रुकवा दिया। कुछ दिन बाद फिर से काम शुरू हो जाता है। अब टीला माईथान में दुर्घटना के बाद काम बंद हो गया है। ये हैं जिम्मेदार गली उमरैया क्षेत्र में अवैध निर्माण के लिए आगरा विकास प्राधिकरण सहायक अभियंता केके सरावगी और अवर अभियंता सतेंद्र कुमार सोलंकी जिम्मेदार हैं।