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शाहबाज शरीफ से डील करना इमरान के मुकाबले आसान /11 Aug 2023 12:08 PM/    270 views

इमरान खान को शक अमेरिका के इशारे पर गिरी थी सरकार

इस्लामाबाद । पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को सत्ता से हटाने में अमेरिका का हाथ था। इसका खुलासा मीडिया हाउस इंटरसेप्ट को मिले एक सीक्रेट डॉक्यूमेंट से हुआ है। इसमें 7 मार्च 2022 को पाकिस्तानी एम्बेसडर और अमेरिकी विदेश विभाग के दो अधिकारियों के बीच हुई बैठक का जिक्र है। इस बैठक में रूस-यूक्रेन जंग पर इमरान खान के न्यूट्रल रहने को लेकर उन्हें हटाने पर बात हुई थी। रिपोर्ट के मुताबिक एक अमेरिकी अधिकारी ने कहा था- सब माफ कर दिया जाएगा, अगर इमरान सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित हो जाता है। इंटरसेप्ट ने लिखा है कि अमेरिकी अधिकारियों की बातचीत के एक महीने बाद ही इमरान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था। मीडिया हाउस इंटरसेप्ट के हाथ लगी रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका के साउथ और सेंट्रल एशिया के असिस्टेंट सेक्रेटरी डोनाल्ड लू को रूस-यूक्रेन जंग में पाकिस्तान के निष्पक्ष रहने से नाराजगी थी। डॉक्यूमेंट के मुताबिक लू ने कहा था- पाकिस्तान के रूस-यूक्रेन जंग में निष्पक्ष रहने को लेकर अमेरिका और यूरोप के लोग हैरान हैं। हमें उनका स्टैंड निष्पक्ष नहीं लगता है। लू ने जंग के दिन इमरान खान के रूस दौरे का जिक्र किया। उन्होंने कहा था कि मॉस्को का दौरा जंग में उनके (इमरान के) स्टैंड को जाहिर करता दिख रहा है। डोनाल्ड लू ने अमेरिका में पाकिस्तान के राजदूत से कहा था- इससे दोनों देशों के बीच रिश्ते पर बुरा असर पड़ा है। पाकिस्तान में पॉलिटिकल सिचुएशन बदलने से हमारे रिश्ते जल्द ठीक हो सकते हैं। अमेरिकी विदेश विभाग और पाकिस्तानी राजदूत की बैठक का पाकिस्तान को एक केबल भेजा गया था, इसे साइफर नाम दिया गया था।
इमरान को सत्ता से हटवाने की रिपोर्ट्स पर अमेरिका ने जवाब दिया है। अमेरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने सभी रिपोर्ट्स को झूठा बताया है। उन्होंने कहा- हमने जंग के पहले दिन इमरान खान के मॉस्को जाने पर चिंता जाहिर की थी। हमने अपनी नाराजगी को सार्वजनिक और प्राइवेट बातचीत में जाहिर किया था। पिछले साल इमरान खान ने भी अमेरिका पर उनकी सरकार को गिराने के आरोप लगाए थे। हालांकि बाद में वो अपने बयान से पलट भी गए थे। जंग में निष्पक्ष रहने पर पश्चिमी देशों की आलोचना पर इमरान खान ने एक रैली में कहा था- क्या हम तुम्हारे गुलाम हैं, तुम्हें क्या लगता है, हम वही करेंगे जो तुम हमें कहोगे।
महीने पहले अमेरिका में पाकिस्तान के राजनीतिक संकट पर एक चर्चा हुई थी। इस दौरान हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्स के एक सीनियर मेंबर ब्रैड शेरमन ने कहा था- अमेरिका के लिए शाहबाज शरीफ से डील करना इमरान से डील करने के मुकाबले ज्यादा आसान है। इमरान खान पाकिस्तान के दूसरे नेताओं के मुकाबले ज्यादा ढीठ हैं। वहीं, उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान में जल्द से जल्द तय समय पर चुनाव कराने जरूरी हैं।

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