अदाणी की सीमेंट कंपनी एसीसी और अम्बुजा का नहीं होगा विलय
पवन शर्मा
नई दिल्ली । अदाणी ग्रुप की सीमेंट कंपनी एसीसी और अंबुजा अपना अलग-अलग रीटेल करती रहेगी, इनका विलय नहीं होगा। प्राप्त जानकारी के अनुसार भारत में अदाणी ग्रुप एसीसी और अम्बुजा इन दोनों ब्रांडों का उपयोग सीमेंट प्रोडक्ट बेचने के लिए करता रहेगा। वे दोनों कंपनियों को मिलाने या विलय करने की योजना नहीं बन पा रही है। सीईओ अजय कपूर ने कंपनी में हिस्सेदारी रखने वाले लोगों (शेयरधारकों) के साथ एक मीटिंग में यह बात कही। जानकारी के अनुसार 2022 में, स्विट्जरलैंड की होलसिम नामक कंपनी से दो सीमेंट कंपनियों, अंबुजा सीमेंट्स और एसीसी को खरीदकर अदाणी समूह भारत में दूसरा सबसे बड़ा सीमेंट उत्पादक बन गया था। इस खरीद पर उन्होंने 10.5 अरब डॉलर खर्च किये थे। कुछ समाचार रिपोर्टों में कहा गया था कि इस साल की शुरुआत में, अदाणी समूह दो सीमेंट कंपनियों को एक साथ मिलाने या विलय करने के बारे में सोच रहा था। कपूर ने कहा, दोनों सीमेंट ब्रांडों के नाम वही रहेंगे, और उनके साथ सब कुछ सामान्य रूप से जारी रहेगा। इन प्रसिद्ध ब्रांडों में कोई बड़ा बदलाव या समस्या नहीं होगी।
बता दें कि दोनों सीमेंट कंपनियों अंबुजा और एसीसी के शेयरों की वैल्यू जनवरी से काफी नीचे चली गई है। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में अदाणी समूह की कंपनियों के बारे में नकारात्मक बातें कही गईं, जिनमें ये दोनों सीमेंट कंपनियां भी शामिल हैं। इस रिपोर्ट के सार्वजनिक होने के बाद अंबुजा के शेयर 15।7 प्रतिशत और एसीसी के शेयर 23 प्रतिशत गिर गए। इसलिए, इस रिपोर्ट के कारण कंपनियों के शेयर की कीमतें उतनी ऊंची नहीं हैं जितनी पहले थीं। सीईओ अजय कपूर सीमेंट कारोबार को और अधिक लाभदायक बनाना चाहते हैं। उनकी योजना अगले दो वर्षों में प्रत्येक टन सीमेंट बेचने पर आय (ईबीआईटीडीए) 400 से 450 रुपये तक बढ़ाने की है।