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ज्यादा सैलरी पर भी नहीं आना चाहते आफिस /09 Mar 2023 01:46 PM/    1463 views

पंसद आ रहा वर्क फ्रॉम होम..

सोनिया शर्मा
नई दिल्ली । कोरोना महामारी में शुरू हुआ वर्क फ्रॉम होम कल्चर कर्मचारियों को इतना भा रहा है, वे ज्यादा सैलरी मिलने पर भी ऑफिस आकर काम नहीं करना चाहते हैं। जिन कंपनियों ने वर्क फ्रॉम ऑफिस सख्ती से लागू किया है, उन कंपनियों में इस्तीफे बढ़ गए हैं। भारत हो या अमेरिका, वर्क फ्रॉम होम, अब न्यू नॉर्मल हो चुका है। अमेरिका की हालत तो यह है कि वहां अब विशेषज्ञ मान रहे हैं कि वर्क फ्रॉम ऑफिस के दिन लद गए हैं। कर्मचारियों को ऑफिस बुलाकर सप्ताह में पांच दिन काम कराना एक टफ टास्क बन चुका है।  मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कर्मचारी वर्क फ्रॉम होम को तरजीह दे रहे हैं। बहुत से कर्मचारी हैं, जिन्होंने अब तय कर लिया है कि उन्हें से बस घर से ही नौकरी करनी है। 2019 में वर्क फ्रॉम होम करने वाले कर्मचारियों की संख्या कुल वर्कफोर्स की अमेरिका में 5 फीसदी थी। कोरोना में यह आंकड़ा 60 फीसदी तक जा पहुंचा। अब यह संख्या 27 फीसदी है। दरअसल आने-जाने में लगने वाला समय और पैसा बचना तथा घर के तनावरहित माहौल की वजह से वर्क फ्रॉम होम कल्चर लोकप्रिय हुआ है। अमेजन और स्टारबक्स जैसी कंपनियों ने सख्ती से ऑफिस आकर काम करना लागू किया, तब अचानक इन कंपनियों में इस्तीफों की बाढ़ आ गई। ट्विटर ने भी अपना सिएटल ऑफिस हाल ही में बंद कर दिया और कर्मचारियों को घर से ही काम करने का कहा। पहले कंपनी ने सप्ताह में 40 दिन ऑफिस आकर काम करना अनिवार्य किया था। वर्क फ्रॉम होम के कारण कर्मचारी दुनिया के किसी हिस्से में बैठकर भी काम कर सकता है। इससे देशों की सीमाएं गौण हुई हैं और कंपनियों की पहुंच बड़े लेवल के टैलेंट पूल तक हो गई है। 

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