Sat, Apr 27, 2024
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आज के इस कार्यक्रम में 155 शिक्षक-शिक्षिकाओं ने भाग लिया /06 Feb 2024 06:46 PM/    177 views

भारत को विश्व गुरु बनाने में शिक्षकों को अहम भूमिका निभानी होगी

       राहुल शर्मा
     दिल्ली। अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ,दिल्ली ,राजकीय निकाय के जिला उत्तर- पूर्व -2 ने कर्तव्य बोध दिवस कार्यक्रम  को राजकीय उच्चतर माध्यमिक बाल विद्यालय  नव-1 मानसरोवर पार्क शाहदरा दिल्ली- 32 में मनाया । भारतीय परंपरा के अनुसार दीप प्रज्वलन से कार्यक्रम का शुभारंभ  हुआ।  नीतू वशिष्ठ तथा अनु  वर्मा  के द्वारा “वाग्देवी माता सरस्वती“ की स्तुति वंदना की गई । तत्पश्चात  सीमा त्यागी महिला मंत्री अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के द्वारा ,  परम प्रतिष्ठित सम्मानित अतिथियों का परिचय कराया गया। कार्यक्रम में  अतिथियों का पुष्पमाला तथा  पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया गया । धर्मवीर शर्मा अध्यक्ष,  अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महा संघ ,राजकीय निकाय  (दिल्ली प्रदेश) ने संगठन के प्रारूप,   नीति, कार्य पद्धति का संक्षिप्त परिचय दिया । शिक्षकों का कार्य केवल सिलेबस को पूरा कराना ही नहीं है अपितु छात्रों में नैतिक मूल्यों और देश भक्ति की भावना को पैदा करना है। शिक्षक वेतन भोगी कर्मचारी नहीं है वह राष्ट्र  निर्माता है। भारत को पुनः विश्व गुरु बनाने में शिक्षकों को अहम भूमिका निभानी होगी।
    आज के कार्यक्रम के मुख्य वक्ता-ज्ञानेंद्र सिंह मावी  वरिष्ठ उपाध्यक्ष, अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महा संघ दिल्ली प्रदेश ने कर्तव्य बोध दिवस के महत्व पर प्रकाश  डालते हुए बताया कि संगठन का वरीयता क्रम,सर्वप्रथम राष्ट्रहित फिर छात्र हित इस के बाद शिक्षकहित है। तत्पश्चात भूपेंद्र कुमार माथुर ,मंत्री जिला उत्तर पूर्व-2 के द्वारा प्रतिज्ञा वचन कराया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि  श्रीमान प्रोफेसर( डॉ०) सुरेंद्र कुमार पाठक (सलाहकार, पीस फॉर इंडिया फाउंडेशन )नई दिल्ली  ने अपने उद्बोधन में कहा कि सनातन परंपरा में वेदों का अपना महत्व है ।उन्होंने षड दर्शन तथा वेदांत के बारे में बहुत सारर्गभित बातें बताई, जिसके द्वारा आज के छात्रों में जो संस्कार विहीनता पाई जाती है उन संस्कारों को पुनः किस प्रकार से अपने छात्रों में स्थापित करके हम  शिक्षक तथा, शिक्षिकाए समाज को किस प्रकार  अच्छा और सुंदर सुसंस्कृत बनाने में  अपना सहयोग कर सकते हैं। जिससे कि समाज में पुनः मूल्यों की स्थापना हो सके। मध्यस्थ दर्शन की रोशनी में हम अपने समाज का किस प्रकार है -अस्तित्व में विकास कर सकते हैं और एक बड़ी व्यवस्था में सभी भागीदार होकर अखंड समाज की स्थापना कर सके इस बात की  अभीआवश्यकता है।  सोहन पाल सिंह (प्रधानाचार्य) ने  अपने विशिष्ट संबोधन में  बताया कि हम अपने कर्तव्यों का सरकारी नौकरी में रहते हुए किस प्रकार से निर्वहन करते हुए छात्रों को पूर्ण निष्ठा के साथ शिक्षित करके , देश के लिए अपना योगदान दे कर  समर्पण का भाव प्रकट  करे। 
आज का कार्यक्रम  देव प्रकाश शर्मा अध्यक्ष , अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उत्तर पूर्व-2 की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। 
कार्यक्रम में मंच संचालन  संजय कुमार स्वामी (प्रवक्ता राजनीति विज्ञान) के द्वारा किया गया। कार्यक्रम में के पी सिंह, आदर्श कुमार, जयकुमार , नागेश कुमार,  मधुसूदन कौशिक,  नरेश कुमार , जे पी शर्मा, मनोज कुमार  शर्मा,सुरेंद्र कुमार,  दीपक मिश्रा, सहित कार्यक्रम में हमारी बहनों का भी बहुत सहयोग रहा जिनमें  करुणा शर्मा,प्रीति, चंचल, हमारे उत्तर पूर्व-2 जिले के संरक्षक  नरेश चंद्र शर्मा तथा चंद्रमणि शर्मा एवं सहयोगी कार्यकर्ताओं द्वारा कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए उत्तम व्यवस्थाएं की गई। अंत में कल्याण मंत्र के द्वारा कार्यक्रम को सम्पन्न किया गया। 

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