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अध्ययन में 20 से 35 वर्ष की उम्र के 15 स्वस्थ युवाओं को शामिल किया /17 Aug 2023 11:28 AM/    101 views

वीकेंड पर ज्यादा सोने वालों की...........नींद उड़ा देगा यह शोध

सोनिया शर्मा
नई दिल्ली । आजकल हर नौकरीपेशा व्यक्ति पूरे हफ्ते व्यस्त रहता है। पूरे हफ्ते ही अतिव्यस्तता के कारण लोग सही से नींद नहीं ले पाते हैं। इसके बाद ज्यादातर लोग वीकेंड पर ज्यादा से ज्यादा सोकर हफ्ते के दौरान कम ली गई नींद की पूर्ति करने की कोशिश करते हैं। सवाल उठता है कि क्घ्या सही में वीकेंड की अतिरिक्त नींद बाकी दिनों की कम नींद की भरपाई कर देती है? इस लेकर पेन स्टेट यूनिवर्सिटी ने एक शोध किया, जिसके नतीजे सभी भ्रमों को तोड़ देते हैं। शोध के नतीजे पूरे हफ्ते कम नींद की भरपाई के लिए वीकेंड पर ज्यादा नींद के अच्छे असर पर संदेह पैदा करते हैं। अध्ययन के नतीजे हमारे दिल की सेहत और वीकेंड की अतिरिक्त नींद को लेकर खास तथ्य पेश करते हैं। शोध की रिपोर्ट के मुताबिक, वीकेंड पर सप्घ्ताह के दौरान छूटी नींद की भरपाई करने की कोशिश करना दिल पर बुरे असर को कम करने के लिए किसी भी तरह से पर्याप्त नहीं हो सकता है। शोध से नींद और हृदय स्वास्थ्य के बीच संबंध के लिए एक संभावित तंत्र का पता चलता है। इससे पता चलता है कि आपके युवा होने के दौरान आपके दिल की सेहत पर कई चीजें असर डालती हैं। इससे भविष्य में हृदय रोग की आशंका बढ़ जाती है।  अध्ययन में 20 से 35 वर्ष की उम्र के 15 स्वस्थ युवाओं को शामिल किया गया। इन सभी ने 11 दिन के रोगी नींद अध्ययन में हिस्सा लिया। पांच रात के लिए सभी प्रतिभागियों की नींद पर पाबंदी लगा दी गई। उन्हें हर रात केवल 5 घंटे सोने दिया गया। इसके बाद दो रात की रिकवरी नींद लेने दी गई, जहां उन्हें हर रात 10 घंटे तक सोने की छूट दी गई। अध्ययन के दौरान दिन में हर दो घंटे के अंतराल पर उनका हार्ट रेट और ब्लड प्रेशर मापा गया। पूरे दिन हृदय संबंधी स्वास्थ्य उपायों की निगरानी से शोधकर्ताओं को दिन में प्रभावित होने वाली विविधताओं का हिसाब-किताब रखने में आसानी हुई। शोध के नतीजे चौंकाने वाले थे। अध्ययन में नींद पर पाबंदी के हर दिन के साथ हृदय गति और सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर दोनों में लगातार वृद्धि देखी गई। बाद के सप्ताहांत में ठीक होने की नींद के बावजूद हृदय गति और रक्तचाप सामान्य स्तर पर वापस नहीं आए। शोधकर्ता चांग ने कहा कि नतीजे लगातार रातों की नींद की कमी के असर को कम करने के लिए लंबी अवधि की नींद की जरूरत पर जोर देते हैं। अध्ययन पूरे स्वास्थ्य पर अपर्याप्त नींद के लंबी अवधि में असर के बारे में चिंता जताता है। दरअसल, नींद न केवल हृदय स्वास्थ्य में बल्कि मानसिक कल्याण, वजन प्रबंधन, फोकस और पारस्परिक संबंधों में भी अहम भूमिका निभाती है। जैसे-जैसे समाज नींद के महत्व के बारे में जागरूक होता जा रहा है, यह शोध एक चेतावनी के तौर पर काम कर रहा है। 

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