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सरकार डब्ल्यूपीआई में बदलाव के अनुरूप बढ़ोतरी की अनुमति देने को तैयार /28 Mar 2023 12:00 PM/    332 views

अब पेनकिलर्स, एंटीबायोटिक व दिल की दवाइयां अप्रैल से हो जाएंगी महंगी

सुनील शर्मा
नई दिल्ली । देश में महंगाई लगातार बढ़ रही है। आम आदमी महंगाई के बोझ से परेशान है। अब अप्रैल से महंगाई का एक और तड़का लगने वाला है। दरअसल, अप्रैल से जरूरी दवाओं के दाम बढ़ने वाले हैं। इसमें पेनकिलर्स से लेकर एंटीबायोटिक तक शामिल हैं। आम आदमी जो पहले से ही महंगाई से परेशान है, उसकी जेब पर बोझ और बढ़ जाएगा। जरूरी दवाओं में पेनकिलर्स, एंटीबायोटिक, दिल की दवाएं आदि शामिल हैं। एक अप्रैल से इन सब दवाओं के दाम बढ़ने वाले हैं। आम आदमी को महंगाई का बड़ा झटका लगेगा। दरअसल सरकार दवा कंपनियों को एनुअल होलसेल प्राइज इंडेक्स यानी डब्ल्यूपीआई में बदलाव के अनुरूप बढ़ोतरी की अनुमति देने के लिए पूरी तरह तैयार है। दवा मूल्य नियामक नेशनल फार्मास्युटिकल प्राइसिंग अथॉरिटी ने सोमवार को कहा कि सरकार द्वारा अधिसूचित एनुअल होलसेल प्राइज इंडेक्स  में वार्षिक परिवर्तन 2022 के आधार पर दाम बढ़ाए जा सकते हैं। जानकारी के मुताबिक बढ़ती महंगाई को देखते हुए फार्मा इंडस्ट्री दवाओं की कीमत बढ़ाए जाने की मांग कर रही थी।
एक रिपोर्ट के अनुसार दवाओं के दाम 12 फीसदी से ज्यादा बढ़ सकते हैं। यह लगातार दूसरा वर्ष है जब दवाओं के दाम बढ़ जाएंगे। शेड्यूल ड्रग्स की कीमतों में लगभग 10 फीसदी तक इजाफा किया जा सकता है। उल्लेखनीय हे कि शेड्यूल ड्रग्स वे दवाएं होती हैं जिनकी कीमतों पर नियंत्रण होता है। नियमों के मुताबिक शेड्यूल दवाओं के दाम बिना सरकार की अनुमति के नहीं बढ़ाए जा सकते। एनुअल होलसेल प्राइज इंडेक्स में वार्षिक परिवर्तन के कारण कीमतों में वृद्धि मामूली रही है, जो पिछले कुछ वर्षों में 1 प्रतिशत और 2 प्रतिशत के बीच रही है। सूत्रों ने कहा कि एनपीपीए अगले कुछ दिनों में निर्धारित फॉर्मूलेशन की अधिकतम कीमतों को अधिसूचित करेगा। दवाओं के दाम में बढ़ोतरी से इस उद्योग से जुड़े लोगों को राहत जरूर मिलेगी। पिछले कुछ समय से कच्चे माल जिसमें दवा बनाने का सामान, माल-ढुलाई और प्लास्टिक व पैकेजिंग के सामान में इजाफा हुआ है। इससे लागत पर असर पड़ा है। दवाओं के दाम बढ़ने से इनको राहत मिलेगी। 
 

 

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