लापता महिलाओं और लड़कियों के मामले में महाराष्ट्र तीसरे स्थान पर
सोनिया शर्मा
मुंबई। महाराष्ट्र के साथ-साथ देशभर में महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए अनेक उपाय लागू किये जा रहे हैं। लेकिन निर्भया, श्रद्धा वालकर और ऐसी कई अजीबोगरीब घटर्नाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं. पिछले कुछ दिनों में राज्य में महिला हिंसा की घटनाओं में बड़ा इजाफा हुआ है. एक ओर जहां पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार कर रही है, वहीं दूसरी ओर एक सनसनीखेज जानकारी सामने आई है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बताया है कि 2019 से 2021 तक तीन साल में देश भर से 13.13 लाख लड़कियां और महिलाएं लापता हो गई हैं। इनमें से ज्यादातर लड़कियां, महिलाएं मध्य प्रदेश की हैं। इस अवधि के दौरान मध्य प्रदेश में सबसे अधिक 1,60,180 महिलाएं और 38,234 लड़कियां लापता हुईं। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) से ये चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है. एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 3 साल में देश में 1.3 लाख महिलाएं लापता हो गई हैं। 13 लाख महिलाओं में से 10 लाख महिलाएं 18 साल से ज्यादा उम्र की हैं. तो वहीं 18 लाख से कम उम्र की ढाई लाख लड़कियां लापता हैं. सबसे ज्यादा महिलाएं मध्य प्रदेश से गायब हुईं. इसके बाद पश्चिम बंगाल का नंबर है. पश्चिम बंगाल से भी महिलाएं बड़ी संख्या में गायब हो रही हैं.
लापता महिलाओं और लड़कियों के मामले में महाराष्ट्र तीसरे स्थान पर है। 2019 से 2021 तक यानि इन तीन साल के दौरान महाराष्ट्र से 1 लाख 78 हजार 400 महिलाएं और 13 हजार लड़कियां गायब हो गई हैं. इन आंकड़ों के मुताबिक, 10 लाख 61 हजार 648 महिलाएं अठारह साल से ज्यादा उम्र की हैं और 2 लाख 51 हजार 430 लड़कियां अठारह साल से कम उम्र की हैं. राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो ने ये आंकड़े संकलित किये हैं.