सुनील शर्मा
नई दिल्ली । चीन के जैक मा एक समय एशिया के प्रमुख रईस थे लेकिन आज उनकी हालत खराब हो गई है। अब उनके हाथ से एंट ग्रुप भी निकल गया है। इस ग्रुप को जैक मा ने ही खड़ा किया था और बुलंदियों पर पहुंचाया था। एक रिपोर्ट के मुताबिक इन दिग्गज फिनटेक कंपनी ने कहा है कि कंपनी पर अब जैक मा का कंट्रोल नहीं रह गया है। उनके वोटिंग राइट्स भी बहुत कम कर दिए गए हैं। कभी एंट ग्रुप में उनके पास 50 फीसदी वोटिंग राइट्स थे जो अब 6.2 फीसदी रह गए हैं। एंट में उनकी हिस्सेदारी अब महज 10 फीसदी रह गई है। एंट ग्रुप चीन की दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी अलीबाबा की सहयोगी है। जैक मा को चीन की सरकार से पंगा लेना महंगा पड़ा। जैक मा मार्च 2020 में मुकेश अंबानी को पछाड़कर एशिया के सबसे बड़े रईस बन गए थे लेकिन चीन की सरकार के बारे में दिए गए एक बयान के बाद उनकी मुश्किलें बढ़ गई थी। पिछले साल उनकी नेटवर्थ में काफी गिरावट आई। ब्लूमबर्ग बिलिनेयर इंडेक्स के मुताबिक जैक मा की नेटवर्थ अब 34.1 अरब डॉलर रह गई है और वह दुनिया के अमीरों की लिस्ट में 34वें नंबर पर पहुंच गए हैं। दूसरी ओर रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी 86.8 अरब डॉलर की नेटवर्थ के साथ एशिया में दूसरे और दुनिया में आठवें नंबर पर हैं। अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी 117 अरब डॉलर की नेटवर्थ के सबसे अमीर एशियाई हैं।