राहुल शर्मा
नई दिल्ली । श्रीलंका के खिलाफ पहले वनडे मैच में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा के खेल भावना की सभी तारीफ कर रहे हैं, लेकिन भारत के पूर्व बल्लेबाज आकाश चोपड़ा ने उनके इस निर्णय से असहमति जताई है। दरअसल आकाश चोपड़ा ने कहा है कि नॉन स्ट्राइकर एंड पर रन आउट के इस फैसले पर किसी खिलाड़ी का नहीं बल्कि पूरे टीम का स्टैंड एक ही होना चाहिए। उन्होंने कहा आपको बतौर टीम इस बारे में फैसला करना चाहिए कि आपको ऐसे रन आउट लेने हैं या नहीं। इस मुद्दे पर आपके टीम की एक ही फिलॉसफी होनी चाहिए। भारत और श्रीलंका के बीच पहले वनडे मैच में रोहित शर्मा के उस निर्णय की काफी सराहना हो रही है जो उन्होंने दसुन शनाका के खिलाफ लिया था। भारत के पूर्व बल्लेबाज आकाश चोपड़ा ने इस फैसले को लेकर प्रतिक्रिया दी।
उन्होंने ऐसा इसलिए कहा क्योंकि एक तरफ जहां रोहित शर्मा ने दसुन शनाका के खिलाफ इस फैसले को वापल लेकर खेल भावना का परिचय दिया तो दूसरी तरफ मोहम्मद शमी का क्या, जिन्होंने रन आउट किया। आप किसी खिलाड़ी को दरकिनार कर अपना फैसला बदल नहीं सकते। यही कारण है कि एक टीम की तरफ आपको इस मुद्दे पर अपना फैसला साफ कर देना चाहिए।
रोहित ने ऐसा क्या कर दिया?
दरअसल गुवाहाटी वनडे में जब श्रीलंका की टीम भारत द्वारा दिए गए 374 रन के विशाल लक्ष्य का पीछा कर रही थी तब आखिरी ओवर में यह घटना घटी। 98 रन के स्कोर पर खेल रहे श्रीलंका के कप्तान दसुन शनाका स्ट्राइक लेना चाह रहे थे, इस दौरान मोहम्मद शमी ने उन्हें रन आउट किया, लेकिन जब इस बात का पता कप्तान रोहित शर्मा को चला तो उन्होंने अपील वापस ले ली और दसुन शनाका ने अपना शतक पूरा कर लिया। उन्होंने 88 गेंद पर 108 रन की विस्फोटक पारी खेली और नाबाद रहे। बाद में रोहित शर्मा के इस खेल भावना की खूब तारीफ हो रही है। श्रीलंका के पूर्व दिग्गज सनथ जयसूर्या ने भी रोहित के इस खेल भावना की तारीफ की है। इतना ही नहीं एंजेलो मैथ्यूज ने भी ट्वीट कर रोहित की तारीफ की और लिखा कि सब कप्तान ऐसा नहीं कर सकते, क्योंकि यह नियम के अनुरूप है। रोहित शर्मा ने खेल भावना का बेहतरीन नमूना पेश किया है।