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जानलेवा हो सकता है इंफेक्शन, कोई इलाज या वैक्सीन अभी तक नहीं बनी /03 Aug 2023 11:40 AM/    380 views

चिकनगुनिया ने तेजी से पैर पसारे, अस्पतालों में मरीजों की हुई भरमार

सोनिया शर्मा
नई दिल्ली । डेंगू के साथ-साथ अब चिकनगुनिया ने अपने पैर पसार लिए हैं। अस्पतालों में मरीजों की दिन-ब-दिन तादाद बढ़ने लगी है। बताया जा रहा है कि अभी इसका न कोई इलाज है, और न ही वैक्सीन बनी है। केवल सावधानी और सजगता से ही पार पाया जा सकता है। इस समय चिकनगुनिया बड़ी तादाद में लोगों को अपनी गिरफ्त में ले रहा है। चिकनगुनिया के लक्षण वाले मरीज बड़ी तेजी से सामने आने लगे हैं। जिले के अधिकतर प्राइवेट अस्पताल मरीजों से भरे पड़े हैं। जानकार बताते हैं कि यह बीमारी इतनी खतरनाक है कि मरीज के ठीक होने के उपरांत भी कई महीने तक उनके जोड़ों में भयंकर दर्द मौजूद रहता है। फिलहाल जिले में स्वास्थ्य विभाग द्वारा 10 चिकनगुनिया के मामले रिपोर्ट किए गए हैं जबकि प्राइवेट अस्पतालों तथा डॉक्टर के पास ऐसे लक्षण वाले मरीजों का आंकड़ा सैकड़ों में है। बीमारी को लेकर लोगों में भारी दहशत है तथा देहाती क्षेत्रों में वह नीम हकीम के सहारे उक्त लक्षण का इलाज करवा रहे हैं जो कि खतरनाक साबित हो सकता है।
जानकारी के अनुसार चिकनगुनिया एक वायरस है जो इंफेक्टेड मादा मच्छर  के काटने से होता है। चिकनगुनिया का प्रसार आमतौर पर घर के बाहर और दिन के समय में होता है। खासकर, तड़के सुबह या दोपहर बाद अंधेरा होने से पहले मच्छर बहुत ज़्यादा सक्रिय होते हैं और इसीलिए, इस समय चिकनगुनिया बहुत तेज़ी से फैलता है। इस वायरल इंफेक्शन की पहचान तेज़ बुखार के साथ मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द से होती है। इसके अलावा सिर दर्द, चक्कर, थकान और रैशेज़ जैसी समस्याएं भी इसके अन्य लक्षण हो सकते हैं। आमतौर पर इस मच्छर के काटने के 3 से 7 दिनों के बीच ही चिकनगुनिया की शुरुआत होती है। विशेषज्ञों के अनुसार वैसे तो यह समस्या खुद-ब-खुद ठीक हो जाती है, लेकिन बुज़ुर्गों और किसी अन्य प्रकार की बीमारी से ग्रसित लोगों के लिए यह इंफेक्शन जानलेवा भी साबित हो सकता है।
बताया जा रहा है कि चिकनगुनिया का कोई इलाज या वैक्सीन नहीं है। हालांकि, इस समस्या का इलाज, इसके लक्षणों जैसे बुखार, दर्द और सूजन से आराम दिलाने के आधार पर होता है। यह बीमारी इतनी भयानक है कि इस बीमारी से ठीक होने के उपरांत भी मरीजों के जोड़ों में काफी महीनों तक दर्द रहता है बीमारी के घातक परिणाम को देखते हुए लोगों में भारी दहशत है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों को लगातार जागरूक किया जा रहा है तथा सरकारी अस्पतालों में इसका निशुल्क इलाज किया जाता है। विशेषज्ञों की मानें तो चिकनगुनिया के लक्षण और संकेत 10-12 दिनों तक रहते हैं, जो धीरे-धीरे खुद ठीक होने लगते हैं। बुखार और जोड़ों में असहनीय दर्द के अलावा चिकनगुनिया में कुछ और भी समस्याएं महसूस हो सकती हैं। इसके मुख्य लक्षण सिर दर्द थकान चक्कर आनाउल्टी आदि हैं। 
 

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