सुनील शर्मा
नई दिल्ली । पिछले साल भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने लगातार 5 बार रेपो रेट में वृद्धि करते हुए इसे 6.25 फीसदी तक पहुंचा दिया। जानकारों का अनुमान है कि अभी रेपो रेट में और वृद्धि की जाएगी। अब आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने इन कयासों पर लगभग मुहर लगा दी है। 13 जनवरी 2023 को दिए अपने एक बयान में दास ने कहा है कि बहुत अधिक संभावना है कि दुनियाभर में लंबे समय तक ब्याज दरें ऊंची बनी रहेंगी। उन्होंने कहा घ्कि अगर भू-राजनीतिक विवाद जारी रहते हैं तो एक लंबे समय तक दुनियाभर में महंगी दरों का दौर जारी रह सकता है। आरबीआई गवर्नर ने कहा कि 6 फीसदी के आसपास की मुख्य महंगाई दर अच्छी स्थिति नहीं है। फिलहाल स्थिति थोड़ी सुधरी है लेकिन अब भी संकट पूरी तरह से टला नहीं है। इस पर लगातार निगरानी रखने की जरूरत है। हालांकि उनका यह भी मानना है कि आपूर्ति श्रृंखला में आ रही परेशानियों के कम होने और मौद्रिक नीति के स्तर पर लिए गए फैसले एकसाथ मिलकर महंगाई के दबाव को कम कर सकते हैं।
आरबीआई गवर्नर ने कहा है कि अभी महंगाई के 4 फीसदी वाले लक्ष्य में बदलाव की कोई जरूरत नहीं है। अभी गोलपोस्ट (लक्ष्य) में बदलाव करना जल्दबाजी होगी और 2 फीसदी की ऊपर-नीचे की छूट आरबीआई को काफी फ्लेक्सिबिलिटी मिलती है। दरअसल आरबीआई का प्रमुख काम महंगाई को काबू करना है। इसके लिए 4 फीसदी का टारगेट फिक्स किया गया है। यानी महंगाई दर में 4 फीसदी प्रति वर्ष की वृद्धि संतोषजनक है। इसमें 2 फीसदी अधिक और 2 कम का स्कोप दिया गया है। कुल जमा यह कि अगर महंगाई हर साल 2-6 फीसदी के दायरे में रहती है तो यह चिंता का विषय नहीं होगा।