सोनिया शर्मा
नई दिल्ली। चौत्र नवरात्रि के छठे दिन माता कात्यायनी की उपासना की जाती है। बता दें कि आज चौत्र मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि है। आज के दिन देवी कात्यायनी की उपासना करने से साधक को बल और बुद्धि का आशीर्वाद मिलता है और जीवन में आ रही सभी समस्याएं दूर हो जाती है। देवी कात्यायनी को मां भगवती का छठा स्वरूप माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार देवी पार्वती ने ऋषि कात्ययन के घर महिषासुर नामक दैत्य के वध हेतु इस रूप में जन्म लिया था। यही कारण है कि इन्हें महिषासुर मर्दिनी के नाम से जाना जाता है। आज के दिन देवी कात्यायनी की पूजा करने से और उनके विशेष मंत्र एवं आरती का पाठ करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है।