श्रीनगर । जम्मू एवं कश्मीर में टारगेट किलिंग थमने का नाम नहीं ले रही है। आतंकियों ने एक बार फिर उत्तर प्रदेश के दो मजदूरों को निशाना बनाया है। दोनों मजदूर उत्तर प्रदेश में कन्नौज जिले के रहने वाले हैं। मजदूरों की हत्या की जिम्मेदारी आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) ने ली है। बताया जाता है कि जिन आतंकियों ने हमला किया है वे संगठन के हाइब्रिड आतंकवादी हैं। मजदूरों को दक्षिण कश्मीर के शोपियां में हरमन के पास ग्रेनेड विस्फोट में मारा गया है।
आतंकियों ने बीते तीन दिनों में दो हमले किए हैं और तीन गैर कश्मीरियों की हत्या की है। तीन दिन पहले एक कश्मीरी पंडित की बाग जाते समय हत्या की गई थी। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कश्मीर जोन) विजय ने बताया कि प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर के हाइब्रिड आतंकी ने शोपियां के हर्मन इलाके में हैंड ग्रेनेट फेंका। इसकी चपेट में दो मजदूर आ गए। हमले के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। दोनों मजदूरों को अस्पताल ले जाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस कमिश्नर ने बताया कि हमले के बाद एक हमलावर आतंकी को पकड़ा गया है, जिसका नाम इमरान बशीर गनी है। वह एक हाईब्रिड आतंकवादी है। आगे की जांच और छापेमारी जारी है। मृतकों की पहचान मनीष कुमार और राम सागर के रूप में हुई है, दोनों उत्तर प्रदेश के कन्नौज के रहने वाले हैं। उल्लेखनीय है कि अभी तीन दिन पहले ही आतंकियों ने प्रवासी कश्मीरी पंडित पूरण कृष्ण भट्ट की उनके घर केपास ही हत्या कर दी थी। पूरण कृष्ण भट्ट की हत्या की जिम्मेदारी कश्मीर फ्रीडम फाइटर्स (केएफएफ) आतंकी संगठन ने ली थी। शोपियां के चौधरी गुंड इलाके में आतंकियों ने कश्मीरी पंडित पूरण कृष्ण भट्ट पर उस वक्त हमला किया जब वह अपने बाग की ओर जा रहे थे। हमले को अंजाम देकर आतंकी फरार हो गए। वहीं, घायल पूरण भट को तुरंत पास के अस्पताल ले जाया गया है, जहां उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। पूरण कृष्ण भट शोपियां के चौधरी गुंड इलाके के निवासी थे। 1989 के दौरान घाटी में कश्मीरी पंडितों के प्रति बिगड़े माहौल के बीच भी उन्होंने पलायन नहीं किया था। घाटी में एक और टारगेट किलिंग के बाद कश्मीर पंडित और घाटी के अल्पसंख्यक वर्ग में भारी रोष है।