ईरान में नहीं थम रहा हिजाब के खिलाफ बवाल
तेहरान । महसा अमिनी की मौत से शुरू हुई नागरिक अशांति के बीच, ईरानी न्यायपालिका ने सोमवार को तीन और मौत की सजा सुनाई है। फ्रांस 24 ने यह रिपोर्ट दी है। ईरान में हिजाब विरोधी आंदोलन को तीन महीने से ज्यादा बीत चुके हैं लेकिन ईरान में हिजाब पर बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक प्रदर्शन से जुड़े 41 से ज्यादा प्रदर्शनकारियों को फांसी की सजा सुनाई गई है। न्यायपालिका की मिजान ऑनलाइन वेबसाइट की रिपोर्ट के मुताबिक, ताजा फैसले में सालेह मिरहशेमी, माजिद काजेमी और सईद याघौबी को ईरान के इस्लामिक शरिया कानून के तहत ईश्वर के खिलाफ युद्ध छेड़नेश् के लिए मौत की सजा सुनाई गई थी। हालांकि, वे फैसले के खिलाफ अपील कर सकते हैं।
मिजान ने कहा कि इस घटना के लिए दो अन्य को जेल की सजा दी गई थी, जिसके कारण 16 नवंबर को मध्य प्रांत इस्फहान में सुरक्षा बलों के तीन सदस्यों की मौत हो गई थी। फ्रांस24 की रिपोर्ट के अनुसार, नवीनतम सजा - तीन लोगों के लिए, जिन्हें सुरक्षा बलों के तीन सदस्यों की हत्याओं के लिए दोषी ठहराया गया था और लगभग चार महीने के विरोध प्रदर्शन के सिलसिले में मौत की निंदा करने वाले बंदियों की आधिकारिक कुल संख्या 17 हो गई है।
अबतक 516 प्रदर्शनकारियों की मौत
हिजाब नहीं पहनने के जुर्म में 16 सितंबर को महसा अमीनी की पुलिस हिरासत में मौत के बाद पूरे देश में हिजाब के खिलाफ आंदोलन शुरू हुए थे। अब तक 19,262 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया है। कार्रवाई में 516 प्रदर्शनकारियों की जान गई है।
महिसा अमीनी की मौत के बाद ईरान में बवाल
बता दें कि तेहरान में कुर्दिश महिला महिसा अमीनी की ड्रेस कोड के उल्लंघन में गिरफ्तारी और पुलिस हिरासत में मौत के बाद से ईरान में उग्र विरोध जारी है। इससे निपटना ईरान सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती है। आंदोलन के समर्थन में ईरान के छात्रों, महिलाओं और युवाओं ने जान की परवाह किए बिना विरोध प्रदर्शन किए।