एम्सटर्डम । सेक्स स्टेल्थिंग यानी सेक्स के दौरान पार्टनर को बिना बताए कंडोम हटा लेना। आमतौर पर लड़के चंद पल के मजे के लिए इस तरह की चीटिंग करते हैं, लेकिन अब इस तरह के मामले गंभीर रूप लेते जा रहे हैं। कई देशों ने सेक्स स्टेल्थिंग को क्राइम माना है। ताजा मामला नीदरलैंड से सामने आया है। जहां सेक्स के दौरान पार्टनर की मर्जी के बिना कंडोम उतारने के खिलाफ केस दर्ज हुआ है। लड़की ने इस मामले में पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई थी। कोर्ट ने कहा कि लड़के ने ऐसा करके लड़की के विश्वास के साथ धोखा किया है। लड़की की पर्सनल फ्रीडम को खत्म किया है। कोर्ट ने लड़के ऊपर फाइन लगाया।
इसके पहले भी सेक्स स्टेल्थिंग के मामले सामने आ चुके हैं। न्यूजीलैंड में साल 2018 में 50 साल के जेसी नाम के एक शख्स पर संभोग के दौरान कंडोम हटाने की वजह से रेप के चार्ज लगे। दरअसल जेसी ने एक सेक्स वर्कर के साथ एक घंटे की डील की थी, लेकिन सेक्स दौरान लड़की ने मना करने के बावजूद आरोपी ने जबरदस्ती कंडोम हटा दिया। इस घटना के बाद सेक्स वर्कर ने कोर्ट का सहारा लिया और फिर लंबे समय तक ये केस चला।
आखिरकार कोर्ट ने इस घटना को रेप बताया और जेसी को 3 साल 9 महीने की सजा हुई।न्यूजीलैंड में ही अभी कुछ समय पहले 28 साल के एक लड़के को सेक्स स्टेल्थिंग की वजह से जेल की सलाखों के पीछे जाना पड़ा। वहीं जर्मनी में एक पुलिसवाले को ही इस मामले में सजा मिली। अब पूरी दुनिया में इसको लेकर बहस छिड़ गई है। कई युरोपियन देशों में चीटिंग से कंडोम हटाने को लेकर कानून भी बन गए हैं।