सोनिया शर्मा
नई दिल्ली । 2024 के लोकसभा चुनावों को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) देश भर में अपने पुराने सहयोगियों की तलाश कर रही है। सूत्रों ने कहा कि भगवा पार्टी पंजाब में राज्य की पार्टी शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के साथ गठबंधन के लिए बातचीत कर रही है। दरअसल किसानों के विरोध के समय शिअद ने भाजपा से नाता तोड़ लिया था। 2024 के लोकसभा चुनाव को देखकर लगता है कि बीजेपी को पंजाब में एक मजबूत साथी की अहमियत का एहसास हो गया है। भाजपा द्वारा दिए गए हालिया संकेत उसके इरादों और संभावित गठबंधन के आह्वान को स्पष्ट करते हैं। बीत दिनों चंडीगढ़ में सार्वजनिक रैली को संबोधित कर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भाजपा अकाली दल सहित पूर्व राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के सहयोगियों का सम्मान करना जारी रखेगी। जब मैं यहां खड़ा हूं, तब मुझे प्रकाश सिंह बादल की याद आती है। आप कह सकते हैं कि बादल की पार्टी अलग हो गई है और मुझे उनकी याद क्यों आ रही है। हमारा बहुत पुराना रिश्ता था। किसी कारणवश उनकी पार्टी अब एनडीए का हिस्सा नहीं है। लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि हम हमेशा एनडीए सहयोगियों का सम्मान करते हैं। मुझे नहीं पता कि उन्होंने हमें क्यों छोड़ा। लेकिन भले ही वे हमें छोड़ दें, वे हमारे दिल से कभी दूर नहीं होने वाले हैं।
इसके पहले, 5 मई को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिवंगत प्रकाश सिंह बादल को श्रद्धांजलि देकर उन्हें भाईचारे का सरदार कहा था। दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 26 अप्रैल को दिवंगत प्रकाश सिंह बादल को श्रद्धांजलि देने के लिए चंडीगढ़ पहुंचे थे। हालाँकि, दोनों राजनीतिक दलों के नेताओं ने पुनर्मिलन की बात नहीं की है। एसएडी के वरिष्ठ महासचिव और प्रवक्ता डॉ दिलजीत चीमा ने कहा, अभी कोई चुनाव नहीं हैं। गठबंधन पर निर्णय तब लिया जाता है जब चुनाव होते हैं।