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’मैं कौन हूँ?’ ’मेरे घटक कौन है?’ ’मेरा इतिहास क्या है?’ ’मेरा सत्य क्या है? आदि प्रोफेसर गुप्ता ने समझाया /15 Feb 2024 03:43 PM/    161 views

अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ द्वारा आयोजित दो दिवसीय बौद्धिक प्रशिक्षण वर्ग हुआ संपन्न

राहुल शर्मा
पूर्वी दिल्ली। अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ, दिल्ली प्रदेश ( पूर्ववर्ती दिल्ली अध्यापक परिषद ) द्वारा 10 एवं 11 फरवरी 2024 को दो दिवसीय “बौद्धिक प्रशिक्षण वर्ग“  में राष्ट्रहित के ज्वलंत विषयों पर नौ सत्रों  में संपन्न हुआ। महासंघ  के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष राजेश पालीवाल की अध्यक्षता में  महाशय चुन्नीलाल सरस्वती बाल मंदिर, हरिनगर दिल्ली में प्रशिक्षण वर्ग आयोजित किया गया।  कार्यक्रम का शुभारंभ  वाग्देवी मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन से हुआ। दीप प्रज्वलन राष्ट्रीय संगठन मंत्री महेंद्र कपूर एवं मुख्य वक्ता डॉक्टर नारायण लाल गुप्ता के कर कमलों द्वारा संपन्न हुआ। दीप प्रज्वलन के अवसर पर जगदीश कौशिक   उत्तर क्षेत्र प्रमुख,  राजेश पालीवाल  अध्यक्ष दिल्ली प्रदेश  एवम् महामंत्री अजय कुमार सिंह   दिल्ली प्रदेश भी उपस्थित रहे। दीप प्रज्वलन के उपरांत  सरस्वती वंदना गायन महिला उपाध्यक्ष इंदू राठी द्वारा किया गया।  वक्ता सह  अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के राष्ट्रीय अतिरिक्त महामंत्री प्रो. नारायणलाल गुप्ता  ने “स्व की अवधारणा“ पर प्रकाश डालते हुए स्वयं को पहचानने के लिए प्रबोधित किया । उन्होंने अपने वक्तव्य में प्रतिभागियों से प्रश्न पूछा कि  ’मैं कौन हूँ?’ ’मेरे घटक कौन है?’ ’मेरा इतिहास क्या है?’ ’मेरा सत्य क्या है? आदि ..प्रोफेसर गुप्ता ने समझाया कि अलगाववाद को समाप्त करने के लिए शस्त्र की नहीं शास्त्रों की आवश्यकता है। तृतीय सत्र में भारत की अवधारणा विषय के प्रबोधन में उन्होंने कहा कि भारत बनाया या खोजा नहीं गया है। भारत स्वतः विकसित हुआ राष्ट्र है। इंडिया कहने पर कुछ दशकों का बोध होता है किन्तु भारत कहने पर 5000 वर्षों का बोध होता है। हमें  गौरवान्वित होना चाहिए कि हम उस संस्कृति से आते हैं जहां “सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय“ की बात की जाती है, जहां ेनतअपअंस वि जीम पिजजमेज नहीं अपितु ेनतअपअंस वि जीम ूमांमेज के विचार को लेकर चला जाता है। भारत की अवधारणा विषय को रखते हुए उन्होंने कहा कि भारत का नाम प्रतापी राजा भरत  पर पड़ा है इसलिए भारत कोई जमीन का टुकड़ा मात्र नहीं बल्कि इसका इतिहास बहुत ही गौरवशाली है। भारतीय संस्कृति विश्व की उन  संस्कृतियों में से एक है  जिसके इतिहास का हज़ारों वर्ष पुराना लिखित साहित्य उपलब्ध है।“ एकमात्र ऐसी संस्कृति है जिसका आधार पूर्णतया वैज्ञानिक है“। दूसरे सत्र का विषय प्रतिपादन राष्ट्रीय  साप्ताहिक पत्रिका ऑर्गनाइजर के संपादक प्रफुल्ल केतकर ने किया।अन्य वक्ताओं में दिल्ली विश्वविद्यालय के छब्ॅम्ठ की निदेशिका प्रो.गीता भट्ट, हिंदू स्टडीज की निदेशिका प्रो.प्रेरणा मल्होत्रा, जेएनयू के प्रो.संगमेश , प्रो.राजेश जांगिड़, इग्नू से प्रो.अरविंद महतो, गार्गी महाविद्यालय के प्रो. देवराज ने अपने सारगर्वित उद्बोधन से प्रतिभागियों की ज्ञान पिपासा को शांत किया। आठवें सत्र का विषय मीडिया और सोशल मीडिया का रहा। मीडिया की बारीकियों के संदर्भ में अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के मीडिया प्रकोष्ठ प्रमुख दर्शन भारती ने विस्तार से समझाने का प्रयास किया।उन्होंने सोशल मीडिया के विभिन्न आयामों और उसके त्वरित पहुंच की विशेषता पर प्रकाश डालते हुए कुछ महत्वपूर्ण सावधानियों की ओर ध्यान देने पर बल देते हुए आगाह किया कि  तथ्य की जांच किए बिना किसी भी पोस्ट को आगे बढ़ाने से बचें ।
कार्यक्रम के समापन सत्र के दौरान अखिल भारतीय संगठन मंत्री महेंद्र कपूर अपने ओजपूर्ण  वाणी से सभ्य समाज और विकसित राष्ट्र के निर्माण में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डालते हुए सभी को अपने कर्तव्य का निष्ठापूर्वक निर्वहन करने के लिए प्रेरित किया , साथ ही उन्होंने  अपने वक्तव्य में कहा कि  चारों निकाय में सभी विद्यालयों तक  संगठन की  पहुंच होनी चाहिए, इसके लिए क्लस्टर स्तर तक कार्यकर्ता तैयार करना आवश्यक है। इसके साथ ही उन्होंने प्रतिवर्ष सदस्यता करने पर बल दिया।
 अजय कुमार सिंह  महामंत्री दिल्ली प्रदेश  ने सभी शिक्षकों को ऊर्जा के साथ सही दिशा में बढ़ने के लिए समूह भावना का सूत्र दिया ।  संगठन मंत्री वेद प्रकाश  ने अपने संबोधन में राष्ट्र के हित में शिक्षा, शिक्षा के हित में शिक्षक और शिक्षक के हित में समाज के त्रिसूत्र के ध्येय वाक्य पर गहनता के साथ प्रकाश डाला।  महेंद्र कपूर  अखिल भारतीय संगठन मंत्री  एवं जगदीश कौशिक  उत्तर क्षेत्र प्रमुख के सानिध्य में आयोजित  बौद्धिक प्रशिक्षण वर्ग के समापन सत्र में  अध्यक्षीय उद्धबोधन करते हुए राजेश पालीवाल ने अपने वक्तव्य में  राष्ट्र के लिए समर्पण भाव को सर्वोपरि बताते हुए सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया। सह संगठन मंत्री कृष्ण पाल सिंह द्वारा कल्याण मंत्र “सर्वे भवन्तु सुखिनः“ के साथ वर्ग का समापन किया गया। इस अवसर पर अतिरिक्त महामंत्री बृजराज पारीक , सुभाष चन्द्र मीना , मंत्री ( महिला ) सीमा त्यागी,  कोषाध्यक्ष नरेश कुमार शर्मा , महिला प्रमुख डॉ. सुदेश शर्मा , उपाध्यक्ष ( महिला ) सरोज शर्मा,   मीडिया प्रकोष्ठ प्रमुख कुलदीप कादयान , राजकीय निकाय अध्यक्ष धर्मवीर शर्मा, निगम निकाय अध्यक्ष आशुतोष राजपूत, मंत्री अंकुश जैन दिल्ली नगरपालिका परिषद अध्यक्ष शिवेंद्र सिंह, मंत्री संजीव कुमार आदि के साथ  प्रबुद्ध अध्यापक गणों एवं प्रधानाचार्यो ने सहभागिता प्रदान कर राष्ट्रीय ध्येय को प्राप्त किया।

  • 18 Feb 2024 02:10 AM

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