राहुल शर्मा
नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम इस साल मार्च में यूएई में अफगानिस्तान के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज नहीं खेलेगी। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने सीरीज से हटने का फैसला किया है। ऐसा इसलिए क्योंकि तालिबान ने हाल ही में महिलाओं और लड़कियों की पढ़ाई व रोजगार संबंधित पाबंदी की घोषणा की थी। तालिबान ने हाल ही में महिलाओं और लड़कियों की पढ़ाई व रोजगार संबंधित पाबंदी की घोषणा की थी। इसके बाद क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने फैसला किया है कि मार्च में यूएई में अफगानिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज रद्द कर दी गई है। ऑस्ट्रेलिया और अफगानिस्घ्तान के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज आईसीसी वनडे सुपर लीग के अंतर्गत खेली जानी थी। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के सीरीज के हटने का असर यह है कि अफगानिस्तान को सीरीज के 30 अंक मिलेंगे। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर एक बयान जारी करते हुए समझाया कि आखिर क्यों उन्होंने यह फैसला लिया। सीए ने कहा कि वो वैश्वित स्तर पर पुरुष और महिला खेल की प्रगति के समर्थन के लिए प्रतिबद्ध है, जिसमें अफगानिस्तान भी शामिल है।
सीए ने साथ ही कहा कि वो अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड से बातचीत करेगा और जानेगा कि देश में महिलाओं व लड़कियों के लिए स्थितियां सुधरी हैं या नहीं। अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने इस मामले में समर्थन के लिए ऑस्ट्रेलियाई सरकार का शुक्रिया अदा किया है। सीए ने बयान में कहा, सीए विश्व में पुरुष और महिलाओं के खेल की प्रगति के समर्थन के लिए प्रतिबद्ध है, जिसमें अफगानिस्तान शामिल है। बोर्ड लगातार अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड से बातचीत करके जानेगा कि देश में महिलाओं और पुरुषों की स्थिति में क्या सुधार है।
अफगानिस्तान ने जवाब में कहा, इस मामले में ऑस्ट्रेलियाई सरकार के समर्थन का हम शुक्रिया अदा करते हैं। आईसीसी के सीईओ ज्योफ एलार्डिस ने स्वीकार किया कि अफगानिस्तान में हाल में हुई चीजें चिंताजनक हैं और मार्च में अगली बोर्ड बैठक में इस पर विचार किया जाएगा। एलार्डिस ने कहा, प्रशासन बदलने के बाद से हमारा बोर्ड प्रगति पर नजर रखे हुए है। यह चिंताजनक है कि अफगानिस्तान में प्रगति नहीं हो रही है और हमारा बोर्ड मार्च में अगली बैठक में इस पर विचार करेगा। जहां तक हमारी जानकारी है तो इस समय कोई गतिविधि नहीं हो रही है।