वाशिंगटन । केंद्रीय खुफिया एजेंसी (सीआईए) के प्रमुख विलियम बर्न्स ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग द्वारा यूक्रेन में परमाणु हथियारों के इस्तेमाल को लेकर चिंता जाहिर करने का रूस पर असर पड़ा है। बर्न्स ने कहा कि उन्हें लगता है कि (रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर) पुतिन और उनके आसपास के लोगों ने डराने के लिए परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की धमकी दी। एक साक्षात्मकार में सीआईए के निदेशक ने कहा कि अमेरिका ने रूसियों को यह स्पष्ट कर दिया है कि उसके (परमाणु खतरे के) गंभीर परिणाम हो सकते हैं। उन्होंने कहा मुझे लगता है कि शी और पीएम मोदी का परमाणु हथियारों के इस्तेमाल को लेकर चिंता जाहिर करने का भी काफी फायदा हुआ है। मुझे लगता है कि इसका रूस पर भी असर पड़ा है।’’
ज्वाइंट चीफ्स के प्रमुख जनरल मार्क मिले की सर्दियों में रूस और यूक्रेन के बातचीत करने के संदर्भ में की गई टिप्पणी पर बर्न्स ने कहा अधिकतर संघर्ष बातचीत से ही समाप्त होते हैं लेकिन इस संदर्भ में रूस के गंभीरता दिखाने की जरूरत है जो मुझे नहीं लगता कि हमें अभी तक नजर आई है।’’ रूस और चीन के बीच सहयोग को लेकर उत्पन्न चिंता के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा मेरा मानना है कि शी और पुतिन के बीच हाल के वर्षों में काफी गहरी साझेदारी बनी है। उन्होंने कहा वास्तव में इस साझेदारी की कुछ सीमाएं हैं कम से कम राष्ट्रपति शी की पुतिन को उस तरह की सैन्य सहायता प्रदान करने की अनिच्छा के संदर्भ में जो उन्होंने यूक्रेन में युद्ध के दौरान मांगी थी।’’