सिलहट । भारतीय महिला क्रिकेट टीम शनिवार को यहां श्रीलंका के खिलाफ होने वाले आठवें एशिया कप महिला क्रिकेट टूर्नामेंट के फाइनल में जीत के इरादे से उतरेगी। भारतीय टीम का लक्ष्य इस मैच में जीत के साथ ही सातवीं बार खिताब जीतना रहेगा। भारतीय टीम अगर फाइनल जीतती है तो वह सात बार एशिया कप जीतने के भारतीय भारतीय पुरुष टीम के रिकार्ड की भी बराबरी पर आ जाएगी। इस टूर्नामेंट में अब तक भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए फाइनल तक का सफल तय किया है जिससे उसके खिताब जीतने की अधिक उम्मीदें हैं। भारतीय टीम ने इस बार टूर्नामेंट में अनुभवी खिलाड़ियों जिसमें कप्तान हरमनप्रीत कौर और उपकप्तान स्मृति मंधाना भी शामिल है को आराम दिया था पर इसके बाद भी टीम ने युवा खिलाड़ियों के बल पर जीत दर्ज की जिससे पता चलता है कि उसकी बैंच स्ट्रैंथ अब काफी अच्छी है। इसका लाभ टीम को अगले साल होने वाले विश्व कप में भी मिलेगा।
हरमनप्रीत ने इस टूर्नामेंट में अब तक 4 ही मैच खेले हैं और 72 गेंद पर 81 रन बनाए। वहीं 3 मैचों में कप्तानी संभालने वाली मंधाना को भी एक मैच में आराम दिया गया था। इन दोनो ही प्रमुख बल्लेबाजों ने जिन मैचों में रन नहीं बनाये उनमें भी युवा खिलाड़ियों ने दबाव में आये बिना अच्छी तरह से अपनी जिम्मेदारी निभाई। युवा बल्लेबाज 18 वर्षीय शेफाली वर्मा ने 161 रन बनाने के साथ ही 3 विकेट भी लिए। वहीं जेमिमा रोड्रिग्स ने 215 रन और दीप्ति शर्मा ने 94 रन बनाने के अलावा भी 13 विकेट लिए थे।
श्रीलंकाई टीम की बात करें तो उसने दूसरे सेमीफाइनल में पाकिस्तान को केवल एक रन से हराकर खिताबी मुकाबले में जगह बनायी है। इस टूर्नामेंट में श्रीलंका की ओर से केवल एक बल्लेबाज ओशादी रणसिंघे ने ही 100 से अधिक स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं। इसके अलावा उसकी उसके केवल दो बल्लेबाजों हर्षिता मडावी ने 201 जबकि निलाक्षी डी सिल्वा ने 124 रन टूर्नामेंट में बनाये हैं।
अनुभवी बल्लेबाज चमारी अटापट्टू केवल 96 रन बना पाई है और उनका स्ट्राइक रेट 85 रन रहा है। दूसरी ओर गेंदबाजी की बात करें तो केवल एक गेंदबाज स्पिनर इनोका रणवीरा ही 12 विकेट ले पायीं हैं। ऐसे में कुल मिलकर अगर प्रदर्शन को देखा जाये तो श्रीलंकाई टीम की दावेदारी कमजोर नजर आती है , हालांकि खेल में कोई भी टीम उलटफेर कर सकती है।
रोमांचक सेमीफाइनल में जिस प्रकार श्रीलंकाई टीम ने अंतिम क्षणों में कसी हुई गेंदबाजी की है। उससे भी टीम का आत्मविश्वास बढ़ा है जिसका लाभ भी उसे भारतीय टीम से होने वाले मुकाबले में मिलेगा हालांकि राउंड रोबिन मुकाबले में भारतीय टीम ने श्रीलंकाई टीम को हराया था जिसका मनोवैज्ञानिक लाभ भी टीम को मिलेगा।
भारतीय बल्लेबाजों जेमिमा , हरमनप्रीत , शैफाली ओर मंधाना पर अंकुश लगाना श्रीलंकाई खिलाड़ियों के लिए आसान नहीं होगा। इसके अलावा दीप्ति के ऑलराउंड प्रदर्शन का मुकाबला करना भी श्रीलंकाई खिलाड़ियों के लिए चुनौती रहेगा। भारतीय टीम के लिए राहत की बात यह है कि शेफाली अब लय में आ गयी हैं और रन बनाने लगी हैं। इसके अलावा वह गेंदबाजी में भी लाभप्रद रही है।
भारतीय टीम को अपने शानदार स्पिन आक्रमण के कारण भी खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा है। भारतीय टीम के पास दीप्ति के अलावा राजेश्वरी गायकवाड़ और स्नेह राणा जैसी गेंदबाज जिनका सामना करना श्रीलंकाई टीम के लिए आसान नहीं रहेगा। यहां के मैदानों से स्पिनरों को सहायता मिलती है जिसका लाभ भी भारतीय टीम को मिलेगा।
दोनो ही टीमें इस प्रकार हैं
भारतरू हरमनप्रीत कौर (कप्तान), स्मृति मंधाना, शेफाली वर्मा, एस मेघना, जेमिमा रोड्रिग्स, दीप्ति शर्मा, ऋचा घोष (विकेटकीपर), दयालन हेमलता, स्नेह राणा, राधा यादव, राजेश्वरी गायकवाड़, रेणुका ठाकुर, मेघना सिंह, किरण नवगीरे और पूजा वस्त्राकर।
श्रीलंकारू चमारी अटापट्टू (कप्तान), निलाक्षी डी सिल्वा, कविशा दिलहारी, अचिनी कुलसुरिया, सुगंधा कुमारी, हर्षिता समरविक्रमा, मधुशिका मेथटानंद, हसीनी परेरा, ओधादी रणसिंघे, इनोका रणवीरा, अनुष्का संजीवनी, कौशानी नुथ्यंगना, मालशा शेहानी और मालशा शेहानी।