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गाजा में रिटायर्ड भारतीय कर्नल की मौत पर बड़ा खुलासा

गाजा यु्द्ध शुरू होने के बाद से ये पहला विदेशी यूएन कर्मी की मौत का मामला बताया जा रहा है

16 May 2024 12:23 PM 127 views

गाजा में रिटायर्ड भारतीय कर्नल की मौत पर बड़ा खुलासा

गाजा। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के उप प्रवक्ता फरहान हक ने एक प्रेस कांफ्रेंस में सवाल का जवाब देते हुए कहा, ऐसा लग रहा है कि जिस यूएन व्हीकल में कर्नल वैभव अनिल सवार थे उसको पीछे से निशाना बनाया गया है। व्हीकल में दो यूएन स्टाफ मेंबर सवार थे, अनिल और डीएसएस की एक महिला स्टाफ जिसका ट्रीटमेंट किया जा रहा है और हमें विश्वास है कि वह जल्द ठीक हो जाएगी।जब यूएन अधिकारी फरहान हक से पूछा गया कि जिससे गोली चलाई गई क्या ये टैंक इजराइल का था, तो उन्होंने कहा कि हो सकता है, क्योंकि रीजन में बस इजराइल के टैंक ही तैनात हैं. उन्होंने आगे कहा कि वे मामले में इजराइल के साथ बातचीत कर रहे हैं। बता दें गाजा के राफा में तैनात रिटायर्ड भारतीय कर्नल वैभव अनिल काले की मौत हो गई है। गाजा यु्द्ध शुरू होने के बाद से ये पहला विदेशी यूएन कर्मी की मौत का मामला बताया जा रहा है। वैभव अनिल की मौत को लेकर यूएन के एक सीनियर आफिसर ने बड़ा बयान दिया है। यूएन आफिसर ने कहा है कि जो गोली भारतीय रिटायर्ड कर्नल को लगी है, उसको टैंक के जरिए फायर किया गया है।
खबर के मुताबिक, बिना किसी को जिम्मेदार ठहराए इजराइल सेना ने कहा है कि वाहन उस इलाके से गुजर रहा था, जहां हमास और सेना के बीच लड़ाई जारी थी। इस इलाके को नान मूवमेंट जोन बताया जा रहा है यानी यहां वाहन आने की इजाजत नही थी। लेकिन इस पर अभी तक ये स्पष्ट नहीं है कि इजराइल को क्या यूएन के वाहन की जानकारी थी या नही। अनिल की मौत पर विदेश मंत्रालय का कहना है, 13 मई 2024 को गाजा में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा और सुरक्षा विभाग (डीएसएस) में सुरक्षा अधिकारी रिडार्यड कर्नल वैभव अनिल काले की मौत से हमें गहरा दुख हुआ है। हम उनके परिवार और प्रियजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। न्यूयार्क, तेल अवीव और रामल्लाह में हमारे मिशन शवों को भारत वापस लाने में सहायता कर रहे हैं और घटना की जांच के संबंध में संबंधित अधिकारियों के संपर्क में बने हुए हैं। हमले में शहीद होने वाले वैभव अनिल काले ने 2022 में सेना से समय से पहले सेवानिवृत्ति लेली थी। वे दो महीने पहले ही संयुक्त राष्ट्र के सुरक्षा विभाग (डीएसएस) में सुरक्षा समन्वयक के रूप में शामिल हुए थे।