लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी डिपंल यादव ने अपने परिवार के लोगों के मुकाबले अधिक वोटों से जीत हासिल की हैं। वही कन्नौज से लोकसभा चुनाव लड़े अखिलेश यादव ने अपने प्रतिद्वंदी बीजेपी उम्मीदवार सुब्रत पाठक को 1 लाख 51 हजार से अधिक मतों से हराया है। डिपंल यादव 2024 का लोकसभा चुनाव मैनपुरी से लड़ा था, जहां उनका मुकाबला भाजपा के उम्मीदवार जयवीर सिह से था। एक तरफ डिपंल यादव को कुल 5 लाख 98 हजार 526 वोट मिले। वही जयवीर सिह को 3 लाख 76 हजार 887 वोट मिले हैं। डिपंल यादव ने 2 लाख 20 हजार से अधिक मतों से जीत हासिल की। इस जीत के साथ डिपंल यादव चौथी बार संसद पहुंच रही हैं। डिपंल यादव ने 2009 में राजनीति की शुरुआत की। 2009 में वह फिरोजाबाद लोकसभा सीट से उपचुनाव के मैदान में उतरी थी। दरअसल, यह सीट उनके पति अखिलेश यादव द्वारा इस्तीफा देने के बाद खाली हुई थी। उस वक्त डिपंल यादव का मुकाबला कांग्रेस के राज बब्बर से था। डिपल यादव यह चुनाव हार गई थी। वही 2012 में जब अखिलेश यादव मुख्यमंत्री बने तो कन्नौज लोकसभा सीट से इस्तीफा दिया। इसके बाद फिर डिपल यादव ने यहां से चुनाव लड़ा और निविरोध जीत गई। वही 2014 के लोकसभा चुनाव में भी डिपल यादव ने कन्नौज लोकसभा सीट को बचाए रखा। हालांकि 2019 के लोकसभा चुनाव में डिपल यादव यह सीट बीजेपी के उम्मीदवार सुब्रत पाठक से हार गईं। वही मुलायम सिह यादव के निधन के बाद खाली हुई मैनपुरी लोकसभा सीट से डिपल यादव ने उपचुनाव लड़ा और 2.8 लाख वोटों से फिर जीत गईं। वही कन्नौज से लोकसभा चुनाव लड़े अखिलेश यादव ने अपने प्रतिद्वंदी बीजेपी उम्मीदवार सुब्रत पाठक को 1 लाख 51 हजार से अधिक मतों से हराया है। अखिलेश यादव को कुल 6 लाख 42 हजार 292 वोट मिले. वही सुब्रत पाठक को 4 लाख 71 हजार 370 वोट मिले. जबकि आजमगढ़ लोकसभा सीट पर अखिलेश यादव के छोटे भाई धर्मेंद्र यादव ने 1 लाख 62 हजार से अधिक मतों से भाजपा उम्मीदवार दिनेश लाल यादव को हराया। धर्मेंद्र यादव को 5 लाख 8 हजार 239 वोट मिले। जबकि दिनेश लाल यादव को 3 लाख 47 हजार 204 वोट मिले।